कोरोना काल में जहां पूरे छत्तीसगढ़ में स्कूल बंद हैं। वहीं बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए राज्य शासन ने ‘पढ़ाई तुंहर दुआर’ कार्यक्रम चलाया। इंटरनेट कनेक्टिविटी और सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करके छ्तीसगढ़ के सुदूर इलाकों में ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही है। वहीं जिन इलाकों में बिजली या इंटरनेट की दिक्कत है वहां पर ऑफलाइन कक्षाएं लगाकर बच्चों की पढ़ाई पूरी करवाई जा रही है। छत्तीसगढ़ में संचालित इस कार्यक्रम को नीति आयोग सहित देश भर के कई हिस्सों से सराहना मिल रही है।
अब तक 39.57 लाख ऑनलाइन कक्षाएं संचालित
छत्तीसगढ़ में अब तक पढई तुंहर दुआर ऑनलाइन मॉड्यूल में 1 लाख 43 हजार शिक्षकों ने 39 लाख 57 हजार कक्षाए ऑनलाइन संचालित की है। आपको बता दें कि इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 7 अप्रैल 2020 को किया था। कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूली बच्चों को ऑनलाईन पढ़ाई कराई जा रही है। ऑनलाईन पढ़ाई कराने के लिए सीजी स्कूल डॉट इन (cgshool.in)वेबसाइट बनाई गई है। इस वेबसाईट में प्रतिदिन स्कूली बच्चों के पढ़ाई के लिए सरल भाषा में तैयार किए गए वीडियो अपलोड किए जाते हैं। वीडियो के अलावा ऑडियो क्लासेस भी तैयार किए जाते हैं। इस वेबसाईट से 2 लाख 3 हजार शिक्षक पंजीकृत हो चुके हैं।
ऑफलाइन भी जारी है बच्चों की पढ़ाई
पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के तहत राज्य के ऐसे हिस्से जहां इंटरनेट कनेक्टीविटी नहीं है उन जगहों पर में ऑफलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही है। इन आफलाइन कक्षाओं को पढ़ाई तुंहर पारा नाम से चलाया जा रहा है। जिसमे 23 हजार 643 शिक्षकों ने 35 हजार 982 केन्द्रों में 7 लाख 48 हजार 266 विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाई । इसके अलावा गांव में लाउडस्पीकर के माध्यम से भी स्कूली बच्चों को शिक्षा दी जा रही है।