पटना। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक रामविलास पासवान का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार आज 10 अक्टूबर, शनिवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे राजधानी पटना के दीघा स्थित जर्नादन घाट पर होगा। शनिवार सुबह आठ बजे से ही उनके पटना के श्रीकृष्णपुरी स्थित उनके निजी आवास पर अपने लोकप्रिय नेता के अंतिम दर्शन को लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां से दोपहर में उनकी अंतिम यात्रा दीघा के जनार्दन घाट के लिए शुरू होगी।
पहली पत्नी राजकुमारी देवी पहुंची
खगडि़या जिले के शहरबन्नी स्थित उनके पैतृक गांव से पहली पत्नी राजकुमारी देवी भी पटना आवास पहुंच गई हैं। उनके आंसू थम नहीं रहे। गुरुवार की रात से शुक्रवार शाम तक रामविलास पासवान के पैतृक आवास पर लोग जुटे रहे।
हर दल के नेता पहुंचे श्रद्धांजलि देने
आज सुबह से पटना स्थित आवास पर विभिन्न राजनीतिक दलों के बड़े नेता, कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में आम जनों की भीड़ जुटी रही। हर कोई राम विलास पासवान की सद्भावपूर्ण राजनीति, संघर्ष, व्यक्तिगत मधुर संबंधों की बातें करते रहे। बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे्य, पूर्व केंद्रीय मंत्री व रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, सांसद रमा देवी, जदयू नेता आरसीपी सिंह, जदयू प्रवक्ता अजय आलोक , सांसद राम कृपाल यादव सहित कई नेताओं ने उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने शुक्रवार को नई दिल्ली में 12 जनपथ स्थित उनके आवास पर जाकर पासवान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिराग पासवान के कंधे पर हाथ रखकर ढाढस बंधाया। 74 वर्षीय रामविलास पासवान का गुरुवार को निधन हो गया था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
शाेक में डूबा बिहार
राम विलास पासवान के निधन पर बिहार में शोक की लहर है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, सीएम नीतीश कुमार, व उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों, बिहार से जुड़े केंद्रीय नेताओं, बिहार के जनप्रतिनिधियों व नेताओं तथा गणमान्य लोगों ने शोक व्यक्त किया है।