राजनांदगांव। जिले के सोमनी थाना क्षेत्र में संचालित उड़ता पंजाब के संचालक बलजीत सिंह सेठिया के बेटे गुरप्रीत अपहरणकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस की तत्परता की वजह से अपहरणकर्ताओं ने गुरप्रीत को किसी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचाया, वहीं ढ़ाबा संचालक का बेटा पूरी तरह सुरक्षित हाथों में है, इसकी पुष्टि के लिए नागपुर पुलिस ने फोटो भी भेज दिया है।
विदित है कि शनिवार रात उड़ता पंजाब ढ़ाबा से ही संचालक के बेटे का अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया था। इस वारदात को अंजाम देने के महज आधे घंटे के भीतर ही 50 लाख की फिरौती के लिए फोन आ गया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और तत्काल सीमाओं पर नाकेबंदी के साथ ही पड़ताल शुरू हो गई। वहीं जिन लोगों पर संदेह व्यक्त किया जा रहा था, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी हो चुकी थी।
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बताया जा रहा है कि वारदात से पहले किडनेपरों ने ढ़ाबा में खाना खाया और पैक भी करवाया था। इसी दौरान ढ़ाबा संचालक के बेटे गुरप्रीत को बात करने के लिए तीन अज्ञात लोगों ने अपने पास बुलाया और बातों में फंसाकर उसे कार में जबरदस्ती बिठाकर मौके से फरार हो गए। तमाम घटना ढ़ाबा के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। महज आधे घंटे के भीतर फिरौती की रकम 50 लाख बताते हुए फोन किया गया, लेकिन यह काॅल बलजीत के बजाय उनकी पत्नी के नंबर पर आया।