महासमुन्द। मामला महासमुंद का है जहां ग्राम कचना निवासी मनीष सोनी वर्ष 2016 में कई शिक्षित युवक-युवतियों को सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देता था।
वह भाजपा नेताओं से अपने अच्छे सम्बंध होने का वास्ता देकर प्रार्थी फूलचंद साहू से मंत्रालय में नौकरी लगाने के लिए 2.5 लाख, अविनाश शर्मा से 2.5 लाख, छात्रावास अधीक्षक बनाने के नाम पर अमित राय चौधरी से 2.5 लाख, नवीन कुमार पांडेय से 2 लाख, दिनेश रूपरेला से 4.5 लाख, पटवारी बनाने के लिए जितेंद्र यादव से 3 लाख, भृत्य के लिए रितेश ठाकुर से 2.5 लाख, पटवारी बनाने के नाम पर संजय एरिना आदि से नौकरी लगवाने के नाम पर कुल 31 लाख 50 हजार रुपए आरोपी ने ठगा। लेकिन इनमें से किसी को नौकरी नहीं लगी।
पिछले चार सालों से आरोपी पैसा भी नहीं लौटा रहा है। चूंकि प्रार्थी सभी महासमुंद जिले हैं अत: मामला सिटी कोतवाली महासमुन्द में दर्ज किया गया है। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
दरअसल पूरा मामला इस तरह है की सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर दर्जन भर से अधिक शिक्षित बेरोजगारों से लाखों रुपए की धोखाधड़ी मामले में पीडि़तों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि आरोपी ने तत्कालीन भाजपा नेताओं से अच्छे सम्बंध होने का झांसा देकर पीडि़तों को ठगा है।