रायपुर। कोरोना वायरस से जंग लड़ कर बहार आए लोगों के लिए एक और मुसीबत सामने आ रही है. कोरोना लोगों के सीधे गले पर करता है। संक्रमण की वजह से फेफड़ा ज्यादा कड़ा हो जाता है। एंड चेस्ट विभाग के एक्सपर्ट डॉक्टर रोशन सिंह ने बताया कि ओपीडी में आने वाले मरीजों में बड़ी संख्या में मरीजों को इसकी शिकायत देखने को मिल रही है।
रायपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल के टीबीडॉक्टर रोशन सिंह ने बताया कि मरीजों को कोरोना संक्रमण के कारण निमोनिया हुआ। इलाज से निमोनिया ठीक तो हो गया लेकिन फाइब्रोसिस की समस्या आ गई। इस फाइब्रोसिस से मरीजों को लंबे समय तक सांस लेने में दिक्कत और सूखी खांसी आ रही है। कई मरीजों में बुखार की भी शिकायत है।
इसके अलावा 90 प्रतिशत मरीजों में कमजोरी, थकान और शरीर दर्द की शिकायत हो रही है। इधर गंभीर संक्रमित जो आईसीयू में एडमिट थे, वेंटीलेटर पर थे, उनमें 30 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं, जिसमें लंग्स फाइब्रोसिस हो रहा है। जिसके कारण से उन्हें ऑक्सीजन की जरुरत पड़ रही है। लापरवाही बरतने वालों की जान भी चली जा रही है।
रायपुर के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल के टीबी एंड चेस्ट विभाग के डॉक्टर रोशन सिंह ने बताया कि गंभीर संक्रमित मरीजों में लंग्स फाइब्रेासिस हो रहा है, लेकिन अब माइल्ड इंफेक्शन वाले मरीजों में फाइब्रोसिस की शिकायत मिल रही है, यह एक गंभीर विषय है। अब ऐसे लोगों के बारे में एक चार्ट तैयार किया जा रहा है, जिससे इनका इलाज किया जा सके