हाथरस गैंगरेप कांड को लेकर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की जांच जारी है. शुक्रवार को सीबीआई की जांच का चौथा दिन है, जहां जांच एजेंसी की ओर से आरोपियों की रिमांड लेने की कोशिश की जाएगी. गुरुवार को सीबीआई ने घंटों तक आरोपियों के परिवार से पूछताछ की थी. इसके अलावा अब इस मामले में एसआईटी की रिपोर्ट का भी इंतजार है.
चश्मदीद से सवाल करेगी सीबीआई की टीम
हाथरस मामले में सीबीआई की टीम अब चश्मदीद विक्रम उर्फ छोटू को लेकर कैंप ऑफिस पहुंची है. सीबीआई अब छोटू से ही सवाल करेगी. बता दें कि छोटू ने आजतक को दिए इंटरव्यू में चौंकाने वाले खुलासे किए थे.
विक्रम ने दावा किया था कि 14 सितंबर को जब वह सुबह अपने खेत में था. तभी उसने लड़की की चीखने की आवाज सुनी थी. विक्रम के मुताबिक जब वो मौके पर गया, तो उसने देखा कि उसके खेत में ही लड़की जमीन पर पड़ी हुई थी. पीड़ित लड़की का बड़ा भाई और लड़की की मां वहां खड़े थे.
सीबीआई ने अबतक क्या किया?
• मंगलवार (13 अक्टूबर) को सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू की, सबसे पहले क्राइम सीन का दौरा किया और इसके अलावा दाह संस्कार वाली जगह पर जाकर देखा. दोनों ही जगह पीड़िता के भाई से पूछताछ की गई.
• बुधवार को सीबीआई की टीम ने पीड़िता के दोनों भाई और पिता से पूछताछ की. करीब 6 घंटे तक सीबीआई ने उनसे सवाल पूछे और बाद में घर जाने दिया. सीबीआई का मकसद 14 सितंबर के घटनाक्रम को समझना था.
• गुरुवार को सीबीआई ने आरोपियों के परिवार से पूछताछ की. चारों आरोपी अभी जेल में हैं, लेकिन सीबीआई की टीम ने उनके परिवार से पक्ष जाना.
• शुक्रवार को सीबीआई की जांच आगे बढ़ेगी, जहां मुख्य फोकस आरोपियों की रिमांड लेने पर है ताकि उनसे पूछताछ की जा सके. इसके अलावा अभी पीड़िता की मां और भाभी से सवाल होने बाकी हैं.
सुप्रीम कोर्ट में भी हुई मामले की सुनवाई
गुरुवार को सर्वोच्च अदालत में पीड़िता के परिवार की सुरक्षा पर सुनवाई हुई. जिसमें वकील की ओर से दिल्ली में केस का ट्रायल कराए जाने की मांग की, साथ ही सीबीआई की रिपोर्ट सीधे सुप्रीम कोर्ट को जमा करने की बात कही गई. हालांकि, अदालत ने अभी अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है.
केस से जुड़ी मुख्य बातें?
ये मामला हाथरस के बूलगढ़ी गांव का है, जहां 19 साल की दलित युवती के साथ 14 सितंबर को गैंगरेप किया गया. अस्पताल में भर्ती होने के बाद पीड़िता ने आरोपियों के नाम बताए, तब चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. 29 सितंबर को पीड़िता की दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई और उसके तुरंत बाद हाथरस ले जाकर प्रशासन ने उसका जबरन अंतिम संस्कार कर दिया. इसी के बाद से ही इस घटना पर बवाल जारी है. पहले एसआईटी ने इस मामले की जांच की और अब सीबीआई रेपकांड की जांच कर रही है.