जम्मू कश्मीर। मां वैष्णो देवी की नगरी में आज से शुरू हो रहे पवित्र नवरात्र के लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं। आधार शिविर कटड़ा से लेकर भवन तक पूरी घाटी को रंग-बिरंगी कृत्रिम लाइट से सजाया गया है। भवन को देसी के साथ विदेशी फूलों से सजाया गया है। इसमें फलों का भी प्रयोग किया गया है। फूलों और फलों की खुशबू से समूचा क्षेत्र महक रहा है। हालांकि इस बार कोरोना महामारी के कारण आधार शिविर कटड़ा में नवरात्र महोत्सव नहीं होगा, लेकिन भक्तों के स्वागत के लिए धर्मनगरी कटड़ा को सजा दिया गया है।
कोरोना महामारी के कारण कटड़ा सहित भवन में यात्रियों की कमी देखने को मिल रही है। पहले 700 से एक हजार के करीब श्रद्धालु रोजाना मां के दरबार में पहुंच रहे थे। नवरात्र में भक्तों की संख्या में भी वृद्धि होने का अनुमान है। हर वर्ष होने वाला नवरात्र महोत्सव इस बार नहीं किया जाएगा। नवरात्र के पहले दिन ही माता के स्वरूप पिंडियों की एक ही झांकी निकालकर औपचारिक तौर पर शुभ मुहूर्त किया जाएगा। कस्बे के मुख्य फव्वारा चौक में बनाए गए पंडाल में नौ दिन हवन यज्ञ और पूजन होगा।
श्रद्धालुओं के लिए निगेटिव रिपोर्ट जरूरी
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर देखते हुए मां वैष्णो देवी के दरबार में पहुंचे वाले श्रद्धालु को अपनी कोरोना जांच करवानी जरूरी है। श्रद्धालुओं को अपने साथ निगेटिव रिपोर्ट लेकर जाना होगा, उसके बाद ही वह दर्शन कर सकेंगे। इसके अलावा मां वैष्णो देवी में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेलिकॉप्टर सेवा शुरू कर दी गई है। बैटरी कार, घोड़ा और पीट्ठू की सुविधा भी बहाल कर दी गई है।
ड्रोन से रखी जाएगी यात्रा पर नजर
कटड़ा में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए अतिरिक्त जवानों की तैनाती के साथ ही सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है। इस बार नवरात्र के दौरान आधार शिविर कटड़ा से लेकर भवन तक ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। आधार शिविर कटड़ा सहित रेलवे स्टेशन के आसपास भी अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। कटड़ा पहुंचने वाले विभिन्न मार्गों पर बनी चेक पोस्टों पर हर वाहन की गंभीरता से जांच की जा रही है। मोबाइल टीमें गश्त कर रही हैं। प्रमुख स्थानों पर सादी वर्दी में भी जवान तैनात हैं।
शत चंडी महायज्ञ शनिवार से
मां वैष्णो देवी की पवित्र गुफा में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा शत चंडी महायज्ञ होगा। प्रथम नवरात्र पर वैदिक मंत्रों के जाप और अन्य धार्मिक समारोह के बीच शुरू होगा। शांति, समृद्धि, मानवता के कल्याण और कोरोना महामारी से पूरी दुनिया को निजात व स्वास्थ्य के लिए नवरात्रों के दौरान पवित्र गुफा तीर्थ में होने वाले इस महायज्ञ का समापन रामनवमी को पूर्णाहुति के साथ होगा।