ज़िंदगी में बहुत से फ्रस्ट्रेटिंग मौक़े आते हैं. कभी नहाते टाइम टंकी में पानी खत्म हो जाता है, तो है कभी-कभी किसी गाने के बोल नहीं याद आते हैं. हां, बस हल्की-सी धुन याद आती रहती है. गूगल बाबा ने आपकी समस्या का संज्ञान ले लिया है और निवारण भी प्रदान कर दिया है. अरे टंकी में पानी भरने का नहीं, भूला हुआ गाना याद दिलाने का.
गूगल का मेन सर्च वाला जो ऐप है ना, उसमें एक नया फीचर आया है. “Hum to search” यानी गुनगुना कर गाना ढूंढने का. बस गूगल बाबा से पूछो, “what’s this song”. माने कि “ये गाना कौन सा है?” और बाबा सुनने लग जाएंगे. फ़िर 10-15 सेकंड इनके सामने गाना गुनगुना दीजिए और ये ढूंढकर ला देंगे. हमने खुद ट्राय करके देखा. आप नीचे लगे हुए स्क्रीन शॉट देख सकते हैं।
गूगल से बोलकर पूछने की जगह पर ऐप में “Search a song” वाला बटन दबाकर भी इस फीचर का इस्तेमाल किया जा सकता है. अब चूंकि ये फीचर मेन सर्च ऐप में है, तो गूगल असिस्टेन्ट में भी होना ही था.
और हां, गुनगुनाने के अलावा आप अपने आजू-बाजू बजने वाले गाने के बारे में भी गूगल से पूछ सकते हैं कि ये कौन-सा गाना है. सेम वही Shazam (शज़ैम) ऐप वाला काम. ये फीचर तो पहले से था, पर इसी से रिलेटेड है, तो सोचे बताते चलें. नीचे लगा हुआ स्क्रीनशॉट देखिए।
गूगल का कहना है कि ये फीचर अभी आईफोन पर सिर्फ इंग्लिश लैंग्वेज में ही मौजूद है, मगर एंड्रॉयड पर 20 से ज़्यादा भाषाओं में अवेलेबल है. इन्होंने कहा है कि जल्द ही दूसरी भाषाओं में भी इसको चालू करेंगे. वैसे एंड्रॉयड फ़ोन पर गूगल का सर्च ऐप तो हिन्दी में “ये कौन-सा गाना है” पूछे जाने पर चकरा गया, मगर गूगल असिस्टेन्ट हिन्दी में पूछने पर भी हमारी बात समझ गया और गाना सुनने लग गया.
कैसे काम करता है ये गुनगुनाने वाला फीचर
हर गाने की एक मेलोडी होती है, जो फिंगरप्रिन्ट की ही तरह यूनीक होती है. गूगल का कहना है कि इसने एक मशीन लर्निंग मॉडल बनाया है, जो हमारे गुनगुनाने को, सीटी को या फ़िर गाना गाने को ही असली वाली मेलोडी से मिलान करके ढूंढ निकालता है. ये मॉडल गुनगुनाहट की आवाज़ को नंबर-बेस्ड सीक्वेंस में बदल देता है. इसके बाद इस सीक्वेंस को दुनियाभर के हजारों-लाखों गानों के ‘फिंगरप्रिन्ट’ से मिला लिया जाता है. जिसके साथ मैच बैठता है, वो सर्च में आ जाता है.