रायपुर। जोगी परिवार और जाति का मसला लंबे समय से चला आ रहा है। अब तक जातिगत प्रमाण पत्र के आधार पर जोगी परिवार आदिवासी होने का हक जताते हुए पूरा फायदा उठाया, लेकिन मरवाही उपचुनाव के नामांकन दाखिले के बाद जोगी परिवार को जो जोरदार झटका लगा है, उससे उबर पाना उनके लिए बेहद मुश्किल है।
हाई पाॅवर कमेटी के इस फैसले को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के आदिवासी नेताओं ने स्वागत किया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश आदिवासी कांग्रेस के प्रमुख और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह उद्योग मंत्री कवासी लखमा और कांकेर विधायक शिशुपाल शोरी ने कहां है कि आदिवासी समाज लगातार इस बात के लिए मांग करता रहा कि असली आदिवासियों को ही आदिवासियों के हितों का लाभ मिले।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के आदिवासी नेता और राज्य प्रमुख मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि झूठ और फरेब रेत के महल की तरह होता है, जिसका ढ़हना सौ फीसदी तय है। मंत्री भगत ने कहा कि जिस झूठ की बुनियाद पर सफर किया जा रहा था, उसकी मंजिल यही होती है।
विश्व आदिवासी दिवस तथा आदिवासी समाज के अनेक सम्मेलनों और कार्यक्रमों में आदिवासी समाज लगातार मांग करता रहा है कि वास्तविक आदिवासियों को ही आदिवासियों के लिए हितों का लाभ मिलना चाहिए और जो नकली आदिवासी आदिवासियों के हितों पर नौकरी से लेकर राजनीति तक नाजायज रूप से लाभ लेते रहे हैं उस पर रोक लगनी चाहिए। आज मरवाही उपचुनाव में नकली जाति प्रमाण पत्र वालों के नामांकन रद्द किए जाने की घटना इस दिशा में एक बड़ा फैसला है जिसका आदिवासी समाज स्वागत करता है।