दिल्ली। कोरोना वायरस ने अपनी संक्रामक प्रवृत्ति के कारण लोगों को घरों में ही रहने पर मजबूर कर दिया. अगर आप कहीं घूमने की योजना बना रहे हैं, तो ज्यादातर स्थानों पर 14 दिन क्वारंटीन रहने का नियम है. अब भारत में अनलॉक की प्रक्रिया चल रही है, ऐसे में कई जगहों से क्वारंटीन के नियम हटा दिए गए हैं. गोवा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्य अपने यहां दूसरे राज्यों के लोगों को कोरोना वायरस की नेगेटिव रिपोर्ट के बिना भी आने दे रहे हैं. हालांकि सावधानी जरूरी है, ऐसा लगता है जैसे यात्रा का सुखद समय वापस आ गया है. यहां कुछ स्थानों के बारे में बताया गया है जहां आप कोरोना वायरस से बचाव करते हुए घूमने जा सकते हैं. यह नहीं भूलना चाहिए कि इन स्थानों पर जाने के लिए आपके मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप का होना जरूरी है.
गोवा
खूबसूरत बीच वाला यह राज्य सभी लोगों का स्वागत कर रहा है. यहां आपको किसी भी तरह की कोरोना रिपोर्ट लेकर जाने की जरूरत नहीं है. इसके अलाव क्वारंटीन होने की जरूरत भी नहीं है.
हिमाचल प्रदेश
पहाड़ियों के शानदार नजारों को देखने के शौक़ीन लोगों के लिए यह राज्य खुला है. पर्यटकों को यहां जाने के लिए कोरोना रिपोर्ट और क्वारंटीन की जरूरत नहीं होगी.
उत्तराखंड
पहाड़ियों के नजारों के लिए उत्तराखंड भी प्रसिद्ध है. सरकार ने अब वहां पर्यटकों को आने की अनुमति दे दी है. किसी तरह की कोरोना रिपोर्ट और क्वारंटीन की जरूरत नहीं है. हालांकि सरकार के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है.
पांडिचेरी
इस केंद्र शासित प्रदेश में भी पर्यटकों को कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट के बगैर आने की इजाजत है. अगर किसी की रिपोर्ट यहां पॉजिटिव आती है या कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें सरकारी अस्पताल में रिपोर्ट करना होगा.
अरुणाचल प्रदेश
अंतरराज्यीय पर्यटकों का राज्य के प्रवेश द्वार पर टेस्ट किया जाएगा. नेगेटिव आने वाले लोगों को राज्य में कोरोना नियमों का पालन करते हुए घूमने की इजाजत है.
गुजरात
गुजरात में जाने वाले पर्यटकों को थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा. जिनके लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं, उन्हें क्वारंटीन होने की जरूरत नहीं है.
कर्नाटक
कोरोना के लक्षण दिखाई नहीं देने वाले लोगों को वहां क्वारंटीन होने की कोई जरूरत नहीं है.
लद्दाख
अगर आपको पांच दिन से कम समय के लिए लद्दाख में जाना है, तो आप वहां RT-PCR की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखा सकते हैं. यह 96 घंटों से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए.