Grand NewsGrand News
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Search
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Reading: महिलाओं में कोरोना वायरस का खतरा कम, ये है वजह
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Grand NewsGrand News
Search
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Grand News

महिलाओं में कोरोना वायरस का खतरा कम, ये है वजह

GrandNews
Last updated: 2020/10/18 at 4:18 PM
GrandNews
Share
2 Min Read
SHARE

वाशिंगटन। दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी का कहर तेजी से फैल रहा है। इस बीच कोरोना वायरस के अध्ययन से नई और रोचक बातें भी सामने आ रही है। हाल ही हुए एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कोरोना संक्रमण का खतरा कम होता है। सर्वे के मुताबिक, पुरुषों और महिलाओं में कोरोना का असर अलग-अलग देखा गया है।

एक नए अध्ययन के निष्कर्षों में कहा गया है कि महिलाओं में कोरोना वायरस का कम खतरे का कारण पुरुषों की तुलना में उनके द्वारा अनुभव की जाने वाली कम भेद्यता और मृत्यु दर के कारणों में से एक हो सकता है, जो महामारी के शुरुआती चरण में सामने आए हैं। यह अध्ययन पीएनएएस (प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज) पत्रिका में प्रकाशित हुआ था। आर्थिक सहयोग और विकास देशों के आठ संगठनों के मार्च-अप्रैल 2020 में किए गए एक सर्वेक्षण कके मूल डेटा COVID-19 से संबंधित मान्यताओं और व्यवहारों में बड़े लिंग अंतर दिखाते हैं।

- Advertisement -
Ad image

शोध में कहा गया है कि महिलाएं कोरोना महामारी को बहुत गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में देखती हैं और इसलिए महिलाओं के निरोधक उपायों के साथ सहमत और उसका अनुपालन करने की संभावना है। व्यवहार में लिंग अंतर सभी देशों में बड़े आकार का है। शोधकर्ता बताते हैं कि उनके परिणाम अंतर सामाजिक वांछनीयता पूर्वाग्रह के कारण नहीं हैं।

- Advertisement -

सर्वे के मुताबिक, दुनिया भर में महिलाएं पुरुषों की तुलना में COVID-19 को बहुत गंभीर स्वास्थ्य समस्या (मार्च में 59 फीसदी और अप्रैल में 39.6 फीसदी के मुकाबले 59 फीसदी) मानती हैं। वे सार्वजनिक नीतियों से सहमत होने के लिए अधिक इच्छुक हैं, जैसे कि गतिशीलता प्रतिबंध और शारीरिक दूरी (एक सूचकांक में 47,7 के खिलाफ 54,1) जो मार्च में 1 से 100 तक और अप्रैल में 37,4 के खिलाफ 42,6 है। यह अध्ययन पीएनएएस (प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज) पत्रिका में प्रकाशित हुआ था।

- Advertisement -
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link Print
Previous Article थरूर के बयान पर भाजपा का हमला, पूछा- क्या पाकिस्तान में चुनाव लड़ने की कोशिश कर रहे हैं राहुल?
Next Article जानिए भारत में कितनी कोरोना वैक्सीन पर चल रहा काम
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

CG NEWS: डभरा शिविर मे नही बन सका दिव्यांगता प्रमाण पत्र, दिव्यांग बहने बिना प्रमाण पत्र के खाली हाथ लौटे घर !
Grand News छत्तीसगढ़ जांजगीर-चांपा June 20, 2025
Raipur News: छत्तीसगढ़ की पहली मैकेनाइज्ड कार पार्किंग पंडरी कपड़ा मार्केट में शुरू
Exclusive Grand News Technology छत्तीसगढ़ रायपुर June 20, 2025
CG NEWS: प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंची शिकायत, अब यशपाल सिंह की नियुक्ति पर केंद्रीय मंत्रालय सख्त, क्या नियमों को दरकिनार कर दी गई पोस्टिंग? यशपाल सिंह पर उठे सवाल
Grand News छत्तीसगढ़ रायपुर June 20, 2025
CG NEWS: धरसींवा में पुलिस मितान सम्मेलन: सीएसपी लांबा और एसपी लखन पटले की उपस्थिति में हुआ आयोजन
Grand News छत्तीसगढ़ रायपुर June 20, 2025
Follow US
© 2024 Grand News. All Rights Reserved. Owner - Rinku Kahar. Ph : 62672-64677.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?