गोबरा नवापारा के इंदिरा मार्किट में एक विधवा महिला ने शादी की सालगिरह कुछ इस तरह से मनाई कि कॉलोनी में रहने वाले लोगों की रुह तक कांप उठी । पूर्णिमा साहू नाम की महिला अपनी 5 साल की बच्ची के साथ गोबरा नवापारा में रहती थी। लेकिन दो महीने पहले ही उसके पति की मौत हो गई। पति की मौत हो जाने के बाद से ही पूर्णिमा के सामने पहाड़ जैसा जीवन था। लेकिन उसकी 5 साल की बच्ची उसे हर वक्त जीने का सहारा देती थी। पति का घर और मायका दोनों ही पास ही था। लिहाजा वो अक्सर अपने मायके में चला जाया करती थी। बीते दिनों पूर्णिमा के मायके वाले उसे अपने साथ लेने के लिए आए। वो उनके साथ चली गई। एक दिन बाद जब मृतका के देवर उसे लेने के लिए आए तो वो उनके साथ ससुराल नहीं गई और अपनी बच्ची को भेज दिय़ा । रात को पूर्णिमा अपनी मां के ही घर पर रुक गई।
सुबह हुई तो फटी रह गई सभी की आंखें
सुबह जब मायके वाले उठे तो देखा कि पूर्णिमा अपने कमरे में नहीं है।इसके बाद सभी लोग उसे खोजने लगे। जब परिवार के लोग उसके पति के घर पर पहुंचे तो देखा कि उसका ताला खुला है और दरवाजा अंदर से बंद है। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद पूर्णिमा के परिजन छप्पर के रास्ते घर के अंदर घुसे तो नजारा देखकर उनकी आंखें फटी रह गई । पूर्णिमा शादी के जोड़े में पूरी तरह से तैयार होकर फांसी के फंदे पर झूल रही थी। मृतका के सामने 3 बैग रखे हुए थे जिसमे सारे कपड़े और सामान पैक होकर पड़े थे। परिजनों की माने तो पति की मौत के बाद से ही पूर्णिमा उदास रहती थी। शादी की सालगिरह वाले दिन वो अंदर से टूट गई और इतना बढ़ा आत्मघाती कदम उठा लिय़ा।
इसके बाद परिवार ने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने फिलहाल पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। इसके बाद परिजनों को शव सौंपा जाएगा।