बिलासपुर के जनकराम पटेल को जनवरी-फरवरी के दौरान पाकिस्तानी नंबर से WhatsApp कॉल और व्हाट्सएप चैट के माध्यम से मुकेश अंबानी बनकर 25 लाख की लॉटरी जीतने का झांसा दिया गया। वहीं केबीसी के भाग्यशाली विजेता के नाम पर 2 करोड़ रुपये जीतने की खबर दी गयी। इन शातिरों ने पार्थी के खाते से फरवरी से लेकर अगस्त 2020 के बीच करीब 65 लाख रुपये जमा कराये। ये रकम अलग-अलग बैंकों में मंगाये जाते थे। ठगी का अहसास होने पर पार्थी ने इस मामले में बिलासपुर में शिकायत दर्ज करायी थी, जिसके बाद पड़ताल शुरू की गयी।
1 सितंबर से बिलासपुर आईजी दीपांशु काबरा और एसपी प्रशांत अग्रवाल के निर्देश पर साइबर क्राइम से जुड़े इस मामले को जांच में लिया गया था। कोतवाली थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर एएसपी उमेश कश्यप सीएसपी कोतवाली निमेश बरैया को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जांच के दौरान ये बातें सामने आयी कि ठग सिर्फ वाट्सप के माध्यम से विडियो/आडियो काल तथा चैटिंग के माध्यम से बातचीत करते थे एवं अलग-अलग,खाता नंबर जो अलग-अलग ब्रान्चो के होते थे, में जीते हुये लाॅटरी की रकम प्राप्त करने हेतू विभिन्न विभागीय प्रकिया के नाम पर अलग-अलग समय में अलग अलग खातो में रकम जमा करावाया जाता था। प्रार्थी को विभिन्न पाकिस्तानी नंबर एवं भारतीय नंबर सेकण्ड लाइन नम्बर जिनकी लोकेशन पाकिस्तान में पायी जाती थी, उसी नंबर से ऑडियो/विडियो काल आते थे, जिसमें प्रार्थी को उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, कोलकाता आदि का लगभग 12 विभ्न्नि खातो में रकम जमा करवाया गया था। Also Read – छत्तीसगढ़ : बेरहम पति ने गर्भवती पत्नी को निर्वस्त्र कर गौशाला में बांध दिया, प्रसव के डेढ़ माह बाद ऐसे हुआ खुलासा जांच के दौरान सर्वाधिक रकम लगभग 50 लाख रू.मध्यप्रदेश के रीवा जिले के विराट सिंह के एसबीआई, पीएनबी, आईसीआई बैंक, इलाहाबाद बैंक, बैंक आॅफ इंडिया आदि के खातो में जमा कराये गये। जिसे विराट सिंग द्वारा यूपीआई पेमेन्ट(फोन पे,पेटीएम) के माध्यम से वर्ली मुबंई निवासी राजेश सुखाउ जायसवाल एवं हर्ष राजेश जायसवाल के खातों ,डिजीटल पेमेंट सलूशन ओड़िशा एवम अन्य को आनलाईन रूपये ट्राॅन्सफर किया गया था। इस मामले में सबूतों के आधार विराट को गिरफ्तार किया गया। गठित टीम में से एक टीम रीवा (म.प्र.)में कैंप कर आरोपी विराट सिंग को घेराबंदी कर पकड़ा आरोपी विराट ने बताया की पाकिस्तान के छोटे मामू उर्फ असरफ,तथा बडे मामू उर्फ असगर एवम सलीम के लिये काम करता है जो कि पाकिस्तान से है,जो विराट सिंग से वाट्सप आडियो/विडियो काॅल एवं मैसेज के माध्यम से बातचीत होती है पाकिस्तानी ठगो द्वारा लोगो को लाॅटरी की लालच देकर ठगी करने के दौरान विराट सिंग द्वारा उपलब्ध कराये गये,विभिन्न बैंको के विभिन्न खातो में रकम जमा करावाये जाता था जिसकी सूचना विराट को वाट्सप चैट के माध्यम से दिया जाता था,जिसके पश्चात विराट सिंग द्वारा अपना कमीशन काट कर पाकिस्तानी ठग छोटे मामू उर्फ असरफ तथा बडे मामू उर्फ असगर एवम सलीम के द्वारा विराट सिंग को उपलब्ध कराये अन्य खातो में पेटीएम के माध्यम से रकम स्थानांतरित करने कंहा जाता था,आरोपी विराट द्वारा अपने खाते के अतिरिक्त अन्य खातो की भी जानकारी एकत्रीत कर उन्हे जमा रकम की 3 प्रतिशत की लालच देकर अपने झांसे में लिया जाता था जिसमें से ज्यादातर मध्यप्रदेश के रीवा एवं देवास के खाता धारक हुआ करते थे।