झारखंड के सिमडेगा में सांप काटने के बाद अंधविश्वास के चक्कर में तीन बहनों की जान चली गई। सांप काटने के बाद उन तीनों बहनों को डॉक्टर के पास ले जाने की जगह परिजन रात भर झाड़-फूंक करते रहे जिसके बाद सुबह उनकी मौत हो गई।
रात भर जब झाड़-फूंक से बच्चियां ठीक नहीं हुई तो सुबह पुलिस के समझाने पर उन्हें परिजन डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। परिजनों को डॉक्टरों की बात पर यकीन नहीं हुआ और तीनों के शव को लेकर एक बार फिर झाड़फूंक कराने के लिए कथित तौर पर किसी बड़े तांत्रिक के पास ओडिशा के लिए रवाना हो गए।
मृत बच्चियों के नाम अंकिता लकड़ा, हर्षिता लकड़ा और एडलिन एक्का है। तीनों की उम्र क्रमशः 12, 10 और 8 साल थी। तीन बच्चियों को सांप ने गांव में उस वक्त काटा जब वो फर्श पर सो रही थीं। सांप काटने के बाद गांव में नेटवर्क नहीं होने की वजह से परिजन एंबुलेंस को कॉल नहीं कर पाए जिसके बाद अंधविश्वास के चक्कर में उन्हें लेकर तांत्रिक के पास चले गए।