नारायणपुर। मामला नारायणपुर के बेनूर थाना का है, जहां पुलिस को अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में बड़ी सफलता मिली है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक दिनांक 11.06.2020 को सोमनाथ मंडावी उम्र 25 वर्ष निवासी स्कूलपारा चियानार द्वारा थाना बेनूर में रिपोर्ट दर्ज कराया था। दिनांक 10.06.2020 को रात्रि करीबन 02:00 बजे अज्ञात व्यक्ति घर आकर उसके पिताजी रामजी मंडावी को आवाज लगाकर उठाया और रामजी मंडावी उम्र 50 वर्ष को घर से जबरदस्ती अपने साथियों के साथ मिलकर ले गये। डर के कारण परिवार के लोग कुछ नही कर पाये। अगली सुबह जब पतासाजी किये तो रामजी मंडावी का शव भाटपाल जाने वाले मार्ग पर पुलिया के नीचे पड़ा मिला।
अपराध की सूचना पर मामले में लगातार पतासाजी कर अंथे कल्ल के मामले को सुलझाने का अथक प्रयास करने के बावजूद भी कोई सुराग हाथ नही लग पा रहा था । प्रकरण में कुछ संदिग्ध मोबाईल नम्बरों का टावर इंप ऐनालिशिस के आधार पर संदेह होने पर मानु करंगा एवं कानसाय नेताम से कड़ाई से पुछताछ किया गया जिसने अपराध घटित करना स्वीकार किये तथा घटना का खुलासा किया गया।
रामजी मंडावी की हत्या करने की यह वजह बताई
मानूराम करंगा ने बताया कि वर्ष 2019 में मेरा बच्चा जो एक सप्ताह का था एवं मेरे सबसे छोटे भाई मानसिंग की पत्नि जो पेट से थी दोनो के बच्चों की मौत एक ही दिन हो गया था एवं वर्ष 2020 में होली त्यौहार के कुछ दिन बाद अचानक मेरे भाई मानसिंग की भी मौत हो गयी |
जिस कारण अपने पड़ोस में रहने वाले सिरहा ( बैगा) रामजी मंडावी के उपर जादू-टोना करने (पांगने) का शक हुआ था। मानू करंगा और उसका छोटा भाई मानसाय करंगा दोनों मिलकर सिरहा रामजी मंडावी को मारने की योजना बनाये और मानसाय ने अपने रिस्तेदार कानसाय नेताम को बताया।
ऐसे की हत्या
योजना अनुसार दिनांक 10.06. 2020 को कानसाय अपने साथीं मनीराम गावड़े, रजमेन राम मरकाम, जसलाल कुलदीप के साथ रात में सिरहा रामजी मंडावी के घर पहुंचकर रामजी मण्डाबी को जबरन घर से उठाकर ले गये और अपने पास रखे भरमार बदूंक से मारने का प्रयास किये, बदूंक नहीं चलने पर आरोपियों द्वारा बदूंक के कुंदा से मारकर हत्या कर दिये और भाट्याल पुलिया के नीचे फेक दिये। बेनूर पुलिस द्वारा आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल, सिम, भरमार बदूंक व मृतक से छीना हुआ टार्च एवं स्कुटी नीले रंग का जप्त किया।
घटना के सभी छः आरोपियों को विधिवत दिनांक 21.10.2020 को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।