दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच दुनियाभर के लोगों को इसकी एक सुरक्षित और कारगर वैक्सीन का इंतजार है। कोरोना महामारी काल में पहली बार होने वाले चुनाव को लेकर प्रोटोकॉल और दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में कोरोना वैक्सीन को लेकर वादा किया है। घोषणा पत्र जारी करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा कि जैसे ही कोरोना वैक्सीन बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए उपलब्ध होगा, बिहार के हर व्यक्ति को मुफ्त में दिया जाएगा। चुनावी घोषणापत्र में यह भाजपा का पहला वादा है। भाजपा बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। वित्त मंत्री ने इस मौके पर वैक्सीन को लेकर ताजा स्थिति भी बताई।
वित्त मंत्री ने निर्मला सीतरमण ने वैक्सीन की प्रगति के बारे में भी ताजा जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में तीन वैक्सीन अंतिम चरण के ट्रायल में हैं। ये वैक्सीन लगभग उत्पादन के कगार पर आ गए हैं। अगर ट्रायल में सफलता के साथ अनुमति मिलती है तो हम बड़े पैमाने पर इसके उत्पादन के लिए तैयार बैठे हैं। उन्होंने कहा कि देश में जैसे ही बड़े पैमाने पर उत्पादन की अनुमति मिलती है, हर बिहारी के लिए मुफ्त टीकाकरण का हमारा वादा पूरा होगा।
मालूम हो कि देश में तीन वैक्सीन सफलता के करीब हैं। भारत बायोटेक की Covaxin का तीसरे चरण का ट्रायल अगले महीने शुरू होगा। इसके अलावा अहमदाबाद की कंपनी जायडस कैडिला की वैक्सीन जायकोव-डी से भी उम्मीदें है, जिसने शुरुआती चरणों के ट्रायल के दौरान बेहतर रिजल्ट दिखाया है। वहीं, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को भारतीय कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट कोविशील्ड नाम से बना रही है। वैक्सीन के बड़े पैमाने पर उत्पादन में इस कंपनी की बड़ी भूमिका रहेगी।
भारत में तमाम जरूरी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए वैक्सीन विकसित की जा रही है, इसलिए सुरक्षित और कारगर वैक्सीन उपलब्ध होने की उम्मीद है। दरअसल, अबतक रूस और चीन ने कोरोना के जिन टीकों को मंजूरी दी है, उनका तीसरे चरण का ट्रायल पूरा नहीं हुआ है। इमेरजेंसी अप्रूवल के तहत रूस और चीन ने उच्च जोखिम समूह के लोगों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया है। वहीं, इंडोनेशिया में भी अगले महीने से उच्च जोखिम वर्ग के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।
भारत की देसी कोरोना वैक्सीन Covaxin से लोगों को बड़ी उम्मीद है, जिसे अंतिम यानी तीसरे चरण के ट्रायल की अनुमति मिल गई है। इसे भारत बायोटेक कंपनी ने आईसीएमआर यानी भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की मदद से तैयार किया है। 25 हजार से ज्यादा लोगों पर इस वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा। खबरों के मुताबिक, अगले महीने दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और असम में इस वैक्सीन का ट्रायल शुरू होगा।