गरियाबंद। मैनपुर ब्लॉक में एक दिव्यांग ग्रामीण ने हालातों से मजबूर हो कर आत्महत्या कर ली. मृतक तीन चार साल से धारनिधोड़ा पंचायत भवन में गुजर बसर कर रहा था. एक हादसे में उसने अपने पैर गवा दिए थे. जिसके बाद पंचायत प्रतिनिधियों की मदद से गुजारा चला रहा था. देवभोग पुलिस मौके पर पहुंच कर मामले की जांच कर रही है.
जानकारी अनुसार मृतक जनार्दन ओटी (45 वर्ष) का 15 साल पहले यहां परिवार था। गलत आदतों के चलते मृतक अपनी पत्नी का त्याग कर पूरा संपत्ति बेचकर हैदराबाद चला गया और ईंट फैक्ट्री में मजदूरी का काम कर रहा था। जहां एक हादसे में उसका पैर चोटिल हो गया। जिसके बाद ठेकेदारों ने उसे गांव के बाहर लाकर छोड़ दिया। चोटिल पैर को 2 साल पहले ऑपरेशन करना पड़ा, जिसके बाद दिव्यांग हो गया। तब से ग्रामीण व पंचायत प्रतिनिधियों की मदद से गुजारा चला रहा था।