रायपुर। राजधानी पुलिस के युवा एएसपी लखन पटेल की अगुवाई में दो दिनों पहले जुआरियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। बाप-बेटा के अड्डे से दो दर्जन जुआरियों को गुल खेलते हुए जहां हिरासत में लिया गया, वहीं 10 लाख से ज्यादा नगद बरामद भी किया गया। वहीं कोड वर्ड में चलने वाले अन्य जुआ के अड्डों का भी भंड़ाफोड़ हो गया, जो छोटी सीढ़ी और नई दिल्ली के नाम पर गोपनीय तरीके से संचालित हो रहा था। लेकिन राजधानी के रामकुंड इलाके के एक शौचालय में चलने वाले अड्डे की भनक पुलिस को नहीं है। जबकि हर दिन यहां पर लाखों रूपए का दांव लगता है।
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शौचालय को बनाया अड्डा
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक राजधानी के रामकुंड इलाके में जोर-शोर से जुआ का कारोबार चल रहा है। चैंकाने वाली बात यह है कि यह किसी घर, दुकान या अपार्टमेंट में नहीं, बल्कि शौचालय में चलता है। बताया जा रहा है कि रायपुर पुलिस लगातार जुआरियों और सटोरियों को पकड़ रही है, मगर रामकुंड इलाके की धुप्पड़ गली के बगल में स्थित सुलभ शौचालय में चल रहे जुए के कारोबार पर पुलिस रोक नही लगा पाई है। और ये पूरा जुआ का अवैध कारोबार बड़े रसूखदारों के इशारों से चलता है और इस शौचालय में कई लोग जुआ का दांव लगाने आते है। और ये पूरा जुआ का कारोबार आजाद चैक थाना क्षेत्र का है।
पुलिस पर रसूखदारी हावी!
राजधानी पुलिस प्रदेश के लिए रोल माॅडल मानी जाती है, ऐसे में कुछ मामलों में जब राजधानी पुलिस के हाथ खींचे हुए नजर आते हैं, तो स्वाभाविक तौर पर सवाल उठने लगता है। रामकुंड में संचालित जुआ अड्डा की जानकारी पुलिस को नहीं है, ऐसा मान लेना उचित नहीं होगा, लेकिन कार्रवाई नहीं होने की वजह से यह सवाल जरूर उठ रहा है कि क्या पुलिस की कार्रवाई रसूखदारी के सामने नतमस्तक हो जाती है?