रायपुर। राजधानी की प्राचीनतम और ऐतिहासिक कंकाली मंदिर का पट दशहरा के दिन खोला तो जाएगा, लेकिन इस बार देवी भक्तों को माता के दर्शन का लाभ संभव नहीं है। पूरे साल में केवल दशहरे के दिन ही इस मंदिर का पट भक्तों के दर्शन के लिए खोले जाने की परंपरा रही है, पर कोरोना संक्रमण काल की वजह से 600 साल पुरानी परंपरा टूटने वाली है।
हालांकि प्रशासन ने दर्शनलाभ के लिए व्यवस्था शुरू कर दी है, पर सख्त प्रोटोकाॅल के तहत ही श्रद्धालुओं को चलने की इजाजत मिलेगी। इससे पहले तक दशहरे के दिन इस मंदिर में मेले सा माहौल रहता था। पं्रबंधन और प्रशासन के मुताबिक इस बार दशहरा में भक्तों को देवी का दर्शन दूर से ही करना पड़ेगा। कोरोना संक्रमण के कारण मंदिर के अंदर भक्तों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
कंकाली मंदिर के परवराकार महंत हरभूषण गिरी का कहना है कि विजयादश्मी पर हर बार की तरह इस बार भी मंदिर का पट तो जरूर खोला जाएगा, लेकिन भक्तों को दर्शन के लिए जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन करना होगा।
एडिशनल एसपी सिटी लखन पटले का कहना है कि दशहरा के दिन कंकाली मंदिर में देवी दर्शन जिला प्रशासन की गाइउलाइन के अनुसार होगा। साथ ही हो सके, तो इस बार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दूर से ही भक्तों को देवी दर्शन का इंतजाम किया जाएगा।