बिहार। पीएम मोदी ने कहा कि जब उनको सत्ता से बेदखल किया गया तो ये लोग बौखला गए। राजद ने दस साल तक यूपीए सरकार का हिस्सा रहते हुए बिहार के लोगों पर गुस्सा निकाला। राजद ने नीतीश जी के दस साल बेकार कर दिए, बाद में जब 18 महीने की सरकार बनी तो परिवार ने क्या-क्या खेल किया सबको पता है। जब नीतीश जी इस खेल को समझ गए तो उन्होंने सत्ता छोड़ने का फैसला लेना पड़ा, बिहार के भविष्य के लिए हम फिर नीतीश जी के साथ आए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मेरे पीएम बनने के बाद बिहार और दिल्ली सरकार ने तीन साल तक मिलकर काम किया है, अब हमारी सरकार आत्मनिर्भर बिहार के निर्माण में जुटे हैं।
पीएम ने कहा कि अगर बिहार में तेजी से काम ना हुआ होता तो काफी लोगों की जान चली जाती। अमीर से अमीर देश इससे नहीं बच पाए हैं। बिहार के लोग कभी कन्फ्यूज नहीं होते हैं, फिर एक बार एनडीए सरकार बनने जा रही है। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग भ्रम फैलाने में लग जाते हैं और अचानक नई शक्ति को बढ़ाते हैं लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ता। बिहार का मतदाता भ्रम फैलाने वालों को खुद ही नाकाम कर रहा है। पीएम मोदी बोले कि जिनका इतिहास बिहार को बीमारू बनाने को उन्हें आसपास भी नहीं भटकने देंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के सपूत गलवान घाटी में शहीद हो गए, लेकिन भारत माता का सिर नहीं झुकने दिया। ऐसा ही पुलवामा के हमले में हुआ था। पीएम मोदी ने कहा कि लालटेन का जमाना गया और बिहार में बिजली की खपत तीन गुना बढ़ गई है। पहले बिहार में सूरज ढलने का मतलब होता था, सबकुछ बंद हो जाना। आज बिजली है.. रोशनी है.. और ऐसा माहौल है जिसमें बिहार का नागरिक आराम से रह सकता है। पहले यहां बिहार में सरकार चलाने वालों के सामने हत्या, डकैती होती थी।
पीएम मोदी ने अपनी रैली में कहा कि जो लोग सरकारी नौकरी में रिश्वत खाते थे, वो फिर बिहार को ललचाई हुई नजरों से देख रहे हैं। बिहार के नौजवानों को याद रखना है कि राज्य को मुश्किलों में डालने वाले कौन थे। पीएम बोले कि पहले यहां राशन लूट लिया जाता था, लेकिन अब हमारी सरकार गरीबों को मुफ्त में राशन दे रही है। पीएम ने कहा कि आज देश आगे बढ़ रहा है, लेकिन ये लोग विकास में रोड़ा बन रहे हैं। जब देश ने किसानों के हक में फैसला लिया, तो ये लोग बिचैलियों को बचाने में लगे हैं. पीएम ने कहा कि इनके लिए देशहित नहीं, दलालों का हित अधिक महत्वपूर्ण है।