रायपुर। संभावना व्यक्त की जा रही थी कि प्रदेश में राज्योत्सव के साथ ही धान खरीदी शुरू हो जाएगी, लेकिन बात टल गई है। सरकार ने 1 नवंबर से धान खरीदी नहीं करने का फरमान जारी कर दिया है। वहीं यह तय नहीं किया गया है कि धान खरीदी कब से शुरू की जाएगी।
इस संदर्भ में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे का बयान आया है कि राज्य में अभी पर्याप्त मात्रा में बारदानों की उपलब्धता नहीं है, जिसकी वजह से संधारण की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। लिहाजा केंद्र सरकार से बारदानें उपलब्ध होने के बाद ही धान खरीदी की तारीख तय की जाएगी।
वहीं दूसरी तरफ किसान लगातार मांग कर रहे हैं कि प्रदेश में 1 नंवबर से ही धान खरीदी शुरू की जाए, ताकि प्रदेश के सभी किसानों को समय पर धान बेचने के लिए पर्याप्त अवसर मिल सके। साथ ही किसानों का यह भी कहना है कि उनके पास यदि धान रखा रह गया, तो खराब होने की स्थिति में उन्हें पर्याप्त कीमत नहीं मिल पाएगी, इससे किसानों पर बोझ बढ़ जाएगा।
बहरहाल प्रदेश में 1 नवंबर से धान खरीदी नहीं करने का निर्णय हो चुका है। खरीदी कब होगी, इस पर निर्णय मंत्रिमंडल की उपसमिति करेगी। इससे प्रदेश के किसानों में निराशा घर करने लगी है।