पति और पत्नी का रिश्ता विश्वास पर चलता है। लेकिन यदि इस विश्वास पर आघात हो तो अंजाम कुछ भी हो सकता है। ऐसे ही एक मामले में पत्नी ने अपने पति की ना सिर्फ हत्या की बल्कि उसकी लाश के ऊपर सालों तक नहाती रही। यानी उसने अपने पति को मारा और फिर उसे दफनाने के बाद खुद के लिए बाथरूम बना लिया। लेकिन कहते है ना कि पाप कभी नहीं छिपता है। कुछ ऐसा हुआ कि आज पत्नी अपने सही ठिकाने यानी सलाखों के पीछे पहुंच चुकी है।
क्या था पूरा माजरा ?
पानीपत के विकास नगर में 18 महीने से लापता टेक्नीशियन हरबीर सिंह का उसी की पत्नी गीता ने प्रेमी विकास संग मिलकर मर्डर किया था। दोनों ने प्रेम संबंधों के कारण हरबीर को बीच से हटाने की साजिश रची। एक रात हरबीर नशे में धुत था, तब दोनों ने मिलकर गमछे से गला घोंटकर उसे मार डाला और घर में ही गड्ढ़ा खोदकर दफना दिया। उसके ऊपर सीमेंट के स्लैब रख दिए गए।और उसकी लाश के ऊपर नहाने के लिए टेंपरेरी बाथरूम बना दिया। गीता रोज वहीं नहाने लगी। यह बात गीता ने पुलिस पूछताछ में कबूली है। आरोपी गीता को गिरफ्तार कर लिया है। महिला ने बताया कि वह नया घर बनवा रही थी। उसकी मां और मौसेरा भाई भी आए हुए थे। एक कमरे की दीवारें तैयार थीं। इसलिए वह शुक्रवार को लेंटर की शटरिंग का सामान लेने बाजार चली गई। तभी मां ने टॉयलेट के लिए गड्ढ़ा खुदवा दिया। जब तक वह बाजार से लौटी, तब तक 4 फीट की खुदाई में कंकाल मिल चुका था। उसने कंकाल दूसरी जगह दफना दिया। भतीजे ने पूछा तो कहा कि तेरे चाचा ने कुत्ता दबाया था, उसकी हड्डी हैं। बाद में परिजनों ने आकर कंकाल निकाला। गड्ढे की और खुदाई की तो जींस का बटन, टी-शर्ट, अंडरवियर मिला। भाइयों ने टी-शर्ट के जरिए हरबीर की पहचान की। तब हत्या का शक पत्नी गीता पर जताया। पुलिस ने पूछताछ की तो कहा कि शराब पीकर झगड़ा करता था इसलिए मार डाला। सख्ती से पूछताछ की तो प्रेमी के साथ मिलकर वारदात करने की बात कबूल की।पोस्टमार्टम में कंकाल पुरुष का ही निकला। डीएनए जांच के लिए हरबीर की मां का सैंपल लिया गया है।
पुलिस ने उठाया रहस्य से पर्दा
पुलिस के अनुसार, गीता और हरबीर के दोस्त विकास के कई साल से संबंध थे। विकास, हरबीर के साथ मोबाइल टावर पर काम करता था। उसका घर आना-जाना था। वारदात की रात वह हरबीर के घर था। हरबीर नशे में धुत था। वह गले में गमछा डाले था। गीता और विकास ने मौका देखा और नशे में धुत हरबीर की गला दबाकर हत्या की। रात में ही दोनों ने मिलकर उसे दफना दिया और सीमेंट के स्लैब रखकर नहाने के लिए टेंपरेरी बाथरूम बना दिया। गीता ने पड़ोसियों को कुछ दिन घर नहीं आने दिया। फिर कह दिया कि पति बिना बताए चला गया। हरबीर के भाइयों को उसके लापता होने की जानकारी दी। इसके बाद पति को ढूंढने का नाटक करती रही। किसी को शक न हो, इसलिए 3 माह बाद थाने में लापता होने की एफआईआर कराई। गीता ने कहा कि अगर घर बन जाता तो जिंदगीभर किसी को पता नहीं चलता कि हरबीर मर गया। लोग लापता ही समझते। मेरे बाजार जाकर छोटी सी गलती करने के कारण भेद खुल गया। गीता ने अभी पुलिस को यह नहीं बताया कि विकास कहां का रहने वाला है।