नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब में किसानों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब के कई हिस्सों में अनिश्चितकालीन ‘किसान रेल रोको’ (Kisan Rail Roko) आंदोलन ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) समेत कई राज्यों में मालगाड़ियों की आवाजाही को बुरी तरह प्रभावित किया है।
बता दें कि पंजाब में किसान संसद से पारित विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। किसान संगठन इन कृषि कानूनों को रद करने की मांग कर रहे हैं। वहीं सरकार का कहना है कि नए कृषि कानून किसानों के हित में हैं। किसानों के आंदोलन को देखते हुए उत्तर रेलवे ने कई यात्री ट्रेनों को भी रद कर दिया है। उत्तर रेलवे (Northern Railways) के मुताबिक, इससे अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। किसानों के आंदोलन के कारण माल ढुलाई ठप पड़ी हुई है
बीते छह अक्टूबर को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों से अपना रेल रोको आंदोलन और रेल ट्रैकों पर धरना प्रदर्शन को बंद करने की गुजारिश की थी। उन्होंने कहा था कि रेल रोको आंदोलन के कारण राज्य में कोयले, यूरिया और डीएपी भारी कमी हो गई है। यही नहीं थर्मल प्लांटों के पास कोयले का भंडार भी कम हो गया है। इससे राज्य में बिजली उत्पादन प्रभावित हो सकता है। यही नहीं धान के सीजन के बावजूद अनाज दूसरे राज्यों को न भेजे जाने की वजह से गोदाम भी खाली नहीं हो पा रहे हैं।