घुटनों के दर्द की समस्या काफी कॉमन है,इसलिए अक्सर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। अक्सर बढ़ती उम्र के साथ लोगों को यह परेशानी होने लगती है। लेकिन अब कम उम्र में भी महिलाएं इस समस्या से प्रभावित हो रही हैं। घुटनों में दर्द होने से एक्सरसाइज या फिर सीढ़ियों को चढ़ने में काफी परेशानी होती हैं। ऐसे में बार-बार दवाईयां खाना घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए प्रभावी तरीका नहीं है। इसके लिए और भी तरीकों को अपनाया जा सकता है। जैसे कैस्टर ऑयल, यह कई स्थितियों में राहत दे सकता है।
कैस्टर ऑयल में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं। इसका उपयोग ज्वाइंट पेन, पीठ दर्द और अन्य परेशानियों के इलाज के लिए किया जाता है। घुटनों में चोट लगने पर होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए भी कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे जानते हैं कि दर्द से राहत पाने के लिए कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल करने का प्रभावी तरीका क्या है।
आमतौर पर कैस्टर ऑयल जोड़ों के दर्द और घुटने के दर्द के लिए टॉप पर लगाया जाता है। लेकिन अगर आप चाहें तो कैस्टर ऑयल को हल्का गर्म कर के अपने घुटनों पर लगा सकती हैं या फिर इसका पैक बना सकती हैं। आइए जानते हैं कैस्टर ऑयल का पैक किस तरह बना सकते हैं।
कैसे बनाये आयल पैक
- कैस्टर ऑयल (ठंडा)
- हॉट वॉटर बॉटल
- प्लास्टिक रैप, सिलोफन टेप, प्लास्टिक शीट,
- टॉवेल
इस तरीके से करे इस्तेमाल - एक टॉवेल या फिर कपड़ा लें और इसे गर्म पानी में भिगो दें।
- उस पर कैस्टर ऑयल की कुछ बूंद डालें। लेकिन ध्यान रखें कि तेल अधिक न हो।
- कपड़े को घुटनों पर रखें, और उसको दर्द वाले स्थान पर अच्छी तरह लपेटें।
- तेल सभी जगह फैल जाए, इसके लिए सिलोफ़न को लपेट सकती हैं। तेल का रिसाव न हो इसके लिए टॉवेल भी लपेट सकती हैं।
- पैरों पर कैस्टर ऑयल लगाने के बाद करीबन 7 से 8 घंटे के लिए छोड़ दें।कैस्टर ऑयल पैक लगाने से लिम्फोसाइटों की संख्या बढ सकती हैं। टी सेल एक तरह का लिम्फोसाइट है जो सेल मेडिटेड इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। ऐसे में 24 घंटों के अंदर टी-सेल को कैस्टर ऑयल बढ़ाता है। वहीं लिम्फोसाइट बॉडी को सुरक्षित रखते हैं और रोगजनकों और टॉक्सिन्स के लिए एंटीबॉडी बनाते हैं। इसके अलावा टी सेल वायरस, बैक्टीरिया की पहचान करता है। साथ ही, यह कैंसर के सेल को भी मारता है।कई लोग कैस्टर ऑयल के बजाय अरण्डी के पत्तों का इस्तेमाल करते हैं। आप चाहें तो इसे अकेले या फिर अन्य जड़ी-बूटी के साथ मिलाकर इस्तेमाल कर सकती हैं। उम्र के साथ होने वाले घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए ज्यादातर लोग इसके पत्ते को पीसकर लेप तैयार करते हैं और त्वचा पर बाहरी रूप से उसका उपयोग करते हैं।