रायगढ़। जमीन के लालच ने एक युवक को इस तरह से अँधा बना दिया की छोटे भाई के बेटे को ही अपने रंजिश का शिकार बनाया। आरोपी धान बेच कर वापस आ रहे भतीजों पर तीर से जाना लेवा हमला कर दिया। हमले में भतीजे की मौक पर मौत हो गई। यह विवाद 20 साल पुराना था। पिता के मृत्य के बाद बटवारे को लेकर हमेशा विवाद बना रहता था। ताव में आकर आरोपी पहले से अपने साथियों के साथ इन्तजार में था। उसने तीर से अपने भाई को पहले मारने का प्रयास किया, लेकिन वह बच गया। जिसेक बाद आरोपी कुंवर सिंह राठिया अपने भतीजे पर सिलसिलेवार तीर चलाया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार है। वारदात बुधवार रात घरघोड़ा थाना क्षेत्र की है।
काया पिपरपरा निवासी चमार सिंह राठिया, मदन सिंह राठिया, कुंवर सिंह राठिया और राम प्रकाश राठिया भाई हैं। चमार सिंह बुधवार सुबह अपने बेटे पूरन राठिया (24), भाई मदन, गांव के ही संतोष और ट्रैक्टर चालक ओम प्रकाश के साथ मध्य प्रदेश के शहडोल में धान बेचने के लिए गया था। सभी वहां से शाम करीब 4 बजे लौट रहे थे।
पहले छोटे भाई पर हमला किया, वह बचा तो ट्रैक्टर के सामने आकर भतीजे को मारा
आरोप है कि मांझी डगरू जंगल के पास चमार सिंह के बड़ा भाई कुंवर सिंह राठिया पहले से घात लगाकर बैठा था। उसने पहले दूर से ही छोटे भाई मदन पर तीर से हमला किया, लेकिन वह बच गया। इसके बाद अचानक ट्रैक्टर के सामने आ गया और पूरन को तीन तीर मारे। इसमें एक पूरन की गर्दन और दो सीने में लगा। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
20 साल पहले पिता के निधन के बाद से है विवाद
सबसे बड़े भाई राम प्रकाश राठिया ने पुलिस को बताया कि करीब 20 साल पहले पिता का निधन हो गया था। उसके बाद से ही बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। जमीन के इसी विवाद के चलते आरोपी कुंवर भाइयों से रंजिश रखता है। बताया जा रहा है कि इस घटना में कुंवर के साथ अन्य लोग भी थे। पुलिस सभी की तलाश कर रही है।