रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के जाने के बाद ना तो जोगी परिवार के साथ कुछ अच्छा हो रहा है और ना ही उनकी पार्टी के साथ न्याय हो पा रहा है। जाति मामले को लेकर मरवाही चुनाव से हाथ धो चुके अमित जोगी को लगातार झटके पर झटके मिल रहे हैं। खैरागढ़ विधायक देवव्रत के साथ प्रमोद शर्मा ने कांग्रेस का दामन थामने की इच्छा जाहिर कर दी है, जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि यह हाईकमान पर निर्भर करेगा।
वहीं दूसरी तरफ खैरागढ़ विधायक देवव्रत के बयान पर जोगी कांग्रेस ने पलटवार किया है। पार्टी ने कहा, विधायक देवव्रत न कांग्रेसी हैं और न जागी कांग्रेसी, वह सिर्फ अवसरवादी हैं। दरअसल, खैरागढ़ विधायक देवव्रत ने कहा था कि उनका और बलौदाबाजार विधायक प्रमोद शर्मा का भविष्य कांग्रेस में ही है। पूर्व सीएम अजीत जोगी भी यही चाहते थे। उनके खून में कांग्रेस है। ब्लड टेस्ट करा लें, रिपोर्ट कांग्रेस ही आएगी। कांग्रेस में हमारा भविष्य दिखता है। इसे लेकर जोगी कांग्रेस के प्रवक्ता भगवानू नायक ने कहा, देवव्रत सिंह को सिर्फ सत्ता का मोह है, इसलिए वे कांग्रेस में जाना चाहते हैं।
मरवाही चुनाव से ठीक पहले जागा कांग्रेसी प्रेम
प्रवक्ता नायक ने विधायक देवव्रत पर तंज कसते हुए कहा, पार्टी को उन पर विश्वास नहीं है। चुनाव जीतने के बाद वे कभी पार्टी के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। अध्यक्ष अमित जोगी और उनकी पत्नी ऋचा जोगी के नामांकन में नहीं आए, तो वह प्रचार करने क्या आते। मरवाही चुनाव के ठीक पहले उनका कांग्रेसी प्रेम जागा है। जनता सब जानती है। अब कांग्रेस की सत्ता आने पर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा- कांग्रेस में बहुत लोग आने को तैयार
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि कांग्रेस में बहुत से लोग आने के लिए तैयार हैं। बहुत सारे लोग पार्टी ज्वाइन भी कर रहे हैं। हम उनका स्वागत करते हैं। वह अपनी इच्छा से आना चाहते हैं। हालांकि इसका अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान ही करेगा। मुख्यमंत्री के इस बयान को जोगी कांग्रेस विधायकों और राजस्व मंत्री जयसिंह के बयान से जोड़कर देखा जा रहा है।