सुपरस्टार रजनीकांत फिल्मों के अलावा सामाजिक-राजनीति मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया देने की वजह से में रहते है। वह काफी समय से कई मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। जिसके बाद से ऐसी खबरें हैं कि रजनीकांत जल्द ही राजनीतिक में कदम रख सकते हैं, लेकिन अब उनके राजनीति में कदम रखने को लेकर बड़ी खबर सामने आई है।
सुपरस्टार रजनीकांत को लेकर खबर है कि वह फिलहाल राजनीति में नहीं आने वाले हैं। उन्होंने यह फैसला कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लिया है। कोरोना वायरस के मामले हर दिन देखने को मिल रहे हैं। देश की कई बड़ी हस्तियां और फिल्मी सितारे इस महामारी का शिकार हो चुके हैं। ऐसे में रजनीकांत द्वारा राजनीति में न आने को बड़े फैसले के रूप में देखा जा रहा है।
रजनीकांत के राजनीति से दूर रहने की जानकारी ट्रेड एनालिस्ट रमेश बाला ने सोशल मीडिया के जरिए दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘आज की हॉट न्यूज। कई मीडिया आउटलेट्स कह रहे हैं कि सुपरस्टार रजनीकांत ने अपने सलाहकारों को एक इंटरनल नोट लिखा है कि कोरोना और अपनी सेहत की वजह से वह राजनीति में एंट्री नहीं ले सकते। महामारी में पोंगल पर पार्टी लॉन्च करना मुश्किल लग रहा है।’
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रजनीकांत के करीबी सूत्रों ने बताया है कि वह महामारी के इस दौर में किसी भी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। दरअसल साल 2016 में उन्होंने यूएस में गुर्दे का ट्रांसप्लांट कराया था। बयान में यह भी कहा गया है कि रजनीकांत के डॉक्टर्स ने भी कोविड-19 की वैक्सीन आने से पहले उन्हें राजनीति में सक्रिय न होने की सलाह दी है।
वहीं अभिनेता ने अपनी लिखित बयान में कहा, ‘मुझे अपनी जिंदगी की परवाह नहीं है। मैं लोगों की सेहत को लेकर चिंतित हूं। मैंने राजनीतिक बदलाव लाने का वादा किया था। मुझे राजनीति में सक्रिय होना था। इस बीच अगर मेरा स्वास्थ्य बिगड़ता है तो राजनीतिक प्रक्रिया में नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर मुझे इसका फायदा उठाना है तो मुझे इसे 15 जनवरी से पहले ही लॉन्च करना होगा और अपना फैसला दिसंबर में सुनाना होगा। यह अपने चाहने वालों और जनता पर छोड़ता हूं कि वह उस समय की मौजूदा परिस्थतियों के आधार पर तय करें कि मुझे क्या करना चाहिए? जनता का फैसला, भगवान का फैसला, जय हिंद।’