गरियाबंद : जिले के फिंगेश्वर पुलिस ने लगभग 7 माह बाद मौत की गुत्थी सुलझाने कब्र में दफ़न अज्ञात व्यक्ति की लाश निकाली है। दरअसल 21 मार्च को फिंगेश्वर के पुरैना मोड़ के पास बाँस नर्सरी में संदिग्ध अवस्था मे आधे बोरी में भरा हुआ एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली थी। लाश लगभग बुरी तरह सड़ चुकी थी। इस लिए शिनाख़्त नही हो पाया। पुलिस के सामने कई अनसुलझे सवाल खड़े होने लगे कि आखिर यह लाश किसकी है मौत कैसे हुई है। बोरा में लाश यहां तक कैसे और कौन लाया है। पहले ही नज़र में मामला हत्या का लगा।
लगभग 7 माह बाद सामने आया एक परिवार..
पुलिस गम्भीरता से तफ़सीस में जुटी ही थी कि अचानक सात(07) माह बाद महासमुंद जिले के ग्राम मुरकी से एक परिवार सामने आया जिनका दावा है कि वह लाश नरेश टण्डन का है। मुरकी निवासी गैन्दू टंडन ने बताया कि उसके पिता नरेश टण्डन मुरकी के पूर्व उपसरपंच है। एक दिन घर मे मां और भाई से विवाद हुआ। विवाद के बाद 22 जनवरी की शाम घर से ही उनके पिता कही चले गए। जो आज तक वापस नही आया। काफी खोज बिन के बाद आखिर कार घर से निकलने के 3 -4 दिन बाद गुमसुदगी की रिपोर्ट महासमुंद थाना में दर्ज कवाये थे। रिपोर्ट के आधार पर जब जांच करते फिंगेश्वर पुलिस मुरकी गांव पहुचे तब बांस नर्सरी में अज्ञात लाश की फ़ोटो देख कर गैन्दू टण्डन ने अपने पिता होने का दावा करते हुए हत्या की आशंका जाहिर कर जांच की मांग किया है।
पुष्टि के बाद सुलझ सकता है मौत की गुत्थी !
शिनाख़्त और डीएनए टेस्ट के लिए कब्र से लाश निकाली गई है। मौके पर नयाब तहसीलदार प्रेमु साहू, और SDOP संजय ध्रुव मौजूद रहे वही थाना प्रभारी वेदवति दरियों ने कहा कि डीएनए रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि होगा। बहरहाल पुष्टि के बाद मौत की गुत्थी और इसके पीछे सुलगते सवाल सुलझने की पूरी संभावना है।