रायपुर। जीवन में रिश्तों का मूल्य कितना कमजोर पड़ गया है, चीजों और भौतिकता अपनेपन पर किस तरह हावी हो चुकी है, इसकी बानगी राजधानी में उस वक्त नजर आई, जब एक मां ने अपने बेटे को हत्या जैसे संगीन जुर्म के लिए उकसाया। इसकी परिणिति यह हुई कि बेटे ने अपनी मां की जिद के चलते अपने सौतले पिता को मौत के घाट उतार दिया।
हत्या के संगीन जुर्म को छिपाने की पूरी कोशिश हुई थी, लेकिन जुर्म छिपाए नहीं छिपता। वारदात को महज कुछ घंटे ही बीते थे कि हत्या की पूरी कलई खुलकर सामने आ गई और हत्यारों को पुलिस ने धर दबोचा। यह पूरी वारदात राजधानी के बूढ़ातालाब के किनारे अंजाम दी गई है।
रिश्तों की गुत्थम-गुत्थी
मृतक शेख आसिफ उर्फ फिरोज का रानी से प्रेम का संबंध बताया जा रहा है, जबकि रानी पहले से ही शादी-शुदा थी और हत्या को अंजाम देने वाला शाहरूख रानी के पहले पति का बेटा है। वहीं रानी आसिफ की दूसरी पत्नी है, यानी आसिफ का पहले ही निकाह हो चुका था। इस नाते शाहरूख और मृतक आसिफ के बीच सौतेले बाप-बेटे का रिश्ता था।
लेन-देन का था विवाद
इस पूरे मामले में अब तक जो बातें सामने आई हैं, उसके मुताबिक रानी और आसिफ के बीच लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। जानकारी के मुताबिक इसी बात को लेकर रानी ने आसिफ को ठिकाने लगाने की सोच ली और और अपने पहले पति से हुए बेटे शाहरूख को इस हत्याकांड का मुहरा बना डाला। लिहाजा शाहरूख ने मां की जिद को पूरा करने के लिए अपने हरियाणवी दोस्त की मदद ली और आसिफ को मौत के घाट उतार दिया।