फरीदाबाद में निकिता हत्याकांड में तौसीफ के साथ वारदात में शामिल रेहान ने पुलिस के सामने कई खुलासे किए हैं। रिमांड के दौरान रेहान ने पुलिस को बताया कि उसने दोस्ती के चक्कर मे आकर अपनी जिंदगी खराब कर ली। वह नहीं जानता था कि तौसीफ निकिता को गोली मार देगा।
रेहान ने पुलिस पूछताछ में बताया कि तौसीफ ने उसे कहा था कि बल्लभगढ़ में निकिता से मिलवा कर लाता हूं। तौसीफ की पिछली हरकत से रेहान को उम्मीद थी कि तौसीफ निकिता को जबरन कार में बैठाएगा, मगर जब तौसीफ ने वहां तमंचा निकाल लिया तो वह घबरा गया।
रेहान के परिवार में चार भाई बहन हैं। बड़ा भाई शादीशुदा है और दो छोटी बहन हैं। पुलिस के मुताबिक रेहान का पुराना कोई अपराधिक रिकार्ड नहीं है। वह केवल कॉलेज की दोस्ती के कारण तौसीफ को जानता था। रेहान का रिमांड शुक्रवार को खत्म हो गया। वीडियो कांफ्रेंसिग से हुई पेशी के बाद न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया।
चश्मदीद छात्रा के बयान नहीं हो सके दर्ज
वहीं, निकिता हत्याकांड में चश्मदीद रही छात्रा के बयान कोर्ट में दर्ज कराए जाने हैं। इसके लिए शुक्रवार का दिन तय था। एसआईटी छात्रा को लेकर कोर्ट पहुंची, मगर बयान नहीं हो सके। अब शनिवार को बयान दर्ज कराने की संभावना है। एसआईटी को मिली एक फुटेज में साफ दिख रहा है कि यह छात्रा उस समय निकिता के साथ ही कॉलेज से निकली थी।
हत्यारोपियों ने पहले अपहरण का प्रयास किया और बाद में निकिता को गोली मार दी थी। अपहरण के प्रयास के दौरान छात्रा ने कार का दूसरा गेट भी खोला था। इस मामले में छात्रा ने पुलिस से कहा है कि उसे लगा कि आरोपी निकिता को कार के अंदर जबरन डाल रहे हैं तो उसे दूसरा गेट खोल देना चाहिए। ताकि वह आरोपियों के चंगुल से निकलकर भाग सके।
बता दें कि 26 अक्तूबर को सोहना रोड स्थित अपना घर सोसायटी में रहने वाली बीकॉम अंतिम वर्ष की छात्रा निकिता तोमर की तौसीफ नामक युवक ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी जब वह बल्लभगढ़ स्थित अग्रवाल कॉलेज में परीक्षा देने पहुंची थी।
हत्यारोपी तौसीफ और उसके साथ रेहान ने पहले छात्रा को जबरन कार में डालना चाहा था। इस दौरान छात्रा के साथ मौजूद उसकी सहेली ने भी हत्यारों का विरोध किया था। इसी दौरान तौसीफ ने निकिता को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी।