दुर्ग। जिला मुख्यालय से 38 किलोमीटर दूर धमधा जनपद पंचायत इलाके के ग्राम पंचायत डंगनिया है। उनका आश्रित ग्राम के रूप में सिरनाभाठा शामिल है। सिरनाभाठा में अधिकतर गौरिया परिवार झोपड़ी बनाकर निवास करते हैं लगभग 100 झोपड़िया होंगी वहां लगभग 300 लोग रहते हैं, बारहो महीने ये इन्हीं टूटी फूटी झोपड़ी में बसेरा करते हैं। यहाँ की विशेषता यह है कि अभी तक इन लोगों की बस्तियों में किसी को भी कोरोना नहीं हुआ है, जबकि ये खुलेआम आने-जाने घूमने फिरने के साथ अपने काम में लगे रहते हैं।
ये साइकिल से गांव गांव जाकर कबाड़ और रद्दी खरीदने का कार्य करते हैं प्रोटीन युक्त नॉनवेज भोजन इनको पसंद है। डॉक्टरों की टीम ने यहाँ कोरोना को लेकर टेस्ट कर चुकी है, परन्तु एक भी केस पॉजिटिव नहीं मिला है।
कुछ दिनों से देखने को मिला कि सिरना भाठा के गौरिया गौड़ जाति के लोग अपने बालों में लाल भूरा और कत्थे रंग से डाई करा लिए हैं आखिर हमने इसे जानने इनकी बस्ती में पहुंचे वहां देखने को मिला कि सिरना भाठा के गौरिया गोंड जाति के लोग अपने बालों को लाल भूरा और कत्थई रंग से डाई करा लिए हैं।
पंच फूलबाई बबली रामशिला दुर्गा कहते हैं कि रात में बूढ़ादेव ने सपने में आकर कहा कि पूरे समाज के लोग अपने बालों को डाई करा लो, फिर किसी को भी कोरोना नहीं होगा। इसलिए समाज के लोग बाल डाई करा लिए हैं। वहीं सरपंच प्रतिनिधि सीताराम वर्मा कहते हैं की गोरिया डेरा के लोग बाल डाई कराए हैं। इष्ट देव ने इन्हें स्वप्न में आकर डाई कराने की बात कही है। जिसे स्वीकार कर यह कार्य किया है। इनके श्रद्धा का हम सम्मान करते हैं। बहरहाल सिरना भाठा में गोरिया समाज के लोग बाल डाई कराए हुए देखे जा सकते हैं, कोरोना को भगाने श्रद्धा के साथ बूढ़ा देव के आदेश को मानने की बात समाज स्वीकार कर रही है।
बुढ़ा देव ने सपने में कहा डाई करा लो कोरोना नहीं आएगा… और सब ने डाई करा ली… pic.twitter.com/H99Bqps4Lw
— grandnews.in (@grandnewsindia) November 1, 2020