जांजगीर। जिले के जैजैपुर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक और दो आरक्षकों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर ने जांच बिठा दी है। इसके साथ ही तीनों पुलिस वालों को लाइन हाजिर भी कर दिया है। जांजगीर जिले में इन पुलिस वालों ने वर्दी का रौब दिखाकर अवैध कार्रवाई को अंजाम देने की कोशिश की थी, जिसकी शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है।
मामले में मिली जानकारी के अनुसार जैजैपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत तुषार के रोजी मजदूरी करने तीन ग्रामीण सन्तोष कुमार खूंटे बालाराम दिवाकर व राम कुमार दिवाकर दशहरा पर्व के दिन ग्राम पंचायत खरवानी से एक-एक पाव शराब ले कर अपने गांव तुषार आ रहे थे। इस दौरान जैजैपुर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक पुष्पेंद्र कवर और आरक्षक कुंजबिहारी चंद्रा और जयप्रकाश उरांव ने तीनों को रास्ते से ही तीन पाव शराब के साथ थाने ले आये और जेल भेजने की धमकी देते हुए डरा धमका कर तीनो ग्रामीणों से 85 हजार रुपये वसूल लिए।
बताया जा रहा है कि रोजी मजदूरी करने वाले इन मजदूरों के पास इतनी रकम नहीं थी, लेकिन पुलिस वालों की धौंस के चलते इन तीनों ग्रामीणों ने खेत और गहनों को गिरवी रख दिया था। मामले में बवाल तब मचा जब राम कुमार दिवाकर और बालाराम दिवाकर को तो छोड़ दिया गया पर पैसे लेने के बाद भी सन्तोष कुमार खूंटे के पास से तीन पाव शराब जब्ती बना कर आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही कर दी गयी। इससे गुस्साए ग्रामीणों के द्वारा लेन देन का वीडियो बना कर पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर के पास भिजवा दिया।
मामलें कि गम्भीरता को देखते हुए एसपी पारुल माथुर ने तत्काल तीनो पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच कर दिया,और मामलें की आगे जांच भी शुरु करवा दी। पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर का कहना हैं कि “मामलें की संजीदगी को देखते हुए फौरी तौर पर तीनों पुलिस वालो को लाइन अटैच कर दिया गया है। साथ ही एसडीओपी को इस प्रकरण की जांच के निर्देश दिए गए हैं,यदि मामला सही पाया गया तो आगे और भी बड़ी कार्यवाही की जाएगी।