हरियाणा के फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में अग्रवाल कॉलेज के सामने छात्रा निकिता तोमर की दिनदहाड़े हत्या के मामले की जांच में जुटी एसआईटी बृहस्पतिवार को चार्जशीट दाखिल कर सकती है। पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने मंगलवार को जांच टीम और पूरे मामले की निगरानी कर रहे पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर चार्जशीट पर चर्चा की।
माना जा रहा है कि एसआईटी चार्जशीट में करीब 70 लोगों को गवाह बना सकती है। इनमें से तीन चश्मदीद बताए जा रहे हैं। पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने अपने कार्यालय में पुलिस उपायुक्त मुख्यालय अर्पित जैन, सहायक पुलिस आयुक्त आदर्शदीप सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त अपराध व एसआईटी प्रमुख अनिल यादव सहित अन्य अधिकारियों के साथ निकिता हत्याकांड की जांच रिपोर्ट पर कई घंटे चर्चा की।
उन्होंने केस के हर पहलू की वैज्ञानिक व तकनीकी तौर पर समीक्षा करने के साथ ही घटनास्थल से लिए सबूतों और चश्मदीद गवाहों के बयानों पर विमर्श किया। बैठक में एसआईटी अधिकारियों के साथ-साथ अनुभवी अनुसंधानकर्ता भी मौजूद रहे। सूत्र बताते हैं कि जांच टीम ने चार्जशीट में करीब 70 गवाह बनाए हैं, जबकि मुख्य गवाहों में करीब बीस लोग शामिल होंगे। इनमें से भी तीन गवाह चश्मदीद बताए जाते हैं।
श्रद्धांजलि सभा के लिए एसडीएम का इनकार
बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान में 8 नवंबर को होने वाली श्रद्धांजलि सभा को अनुमति देने से उपमंडल अधिकारी ने इनकार कर दिया। ऐसे में परिजन बुधवार को जिला उपायुक्त से मुलाकात करेंगे।
बता दें कि 26 अक्तूबर को सोहना रोड स्थित अपना घर सोसायटी में रहने वाली बीकॉम अंतिम वर्ष की छात्रा निकिता तोमर की तौसीफ नामक युवक ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी जब वह बल्लभगढ़ स्थित अग्रवाल कॉलेज में परीक्षा देने पहुंची थी। हत्यारोपी तौसीफ और उसके साथ रेहान ने पहले छात्रा को जबरन कार में डालना चाहा था। इस दौरान छात्रा के साथ मौजूद उसकी सहेली ने भी हत्यारों का विरोध किया था। इसी दौरान तौसीफ ने निकिता को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी।