दंतेवाड़ा। सरकारी राशन की हेराफेरी की खबरे दंतेवाड़ा में थमने का नाम नही ले रही है। अभी गुडसे सोसायटी का मामला थम भी नहीं पाया था, और बड़े बचेली सोसायटी दुकान क्रमांक 5 का चावल लगभग 350 बोरे बचेली पटेलपारा में एक निजी पीएम आवास में मिला।
दरअसल बड़े बचेली सोसायटी क्रमांक 5 में 1006 राशनकार्ड धारक है। जिनके लिए हर माह चावल, चना, शक्कर सरकारी कोटे से भेजा जाता है। इसी सप्लाई का चावल ग्रामीणों को बाटे बिना एक निजी आवास में सोसायटी संचालक और लैम्प्स मैनेजर द्वारा छिपाकर रखा गया था। जिसे बाज़ार में खपाने की आशंका जताई जा सकती है।
क्योकि जिस मकान में चावल रखा हुआ था वहाँ संजय नाम के व्यक्ति ने जानकारी दी कि बीते 3 महीने पहले अगस्त में यह चावल रखवाये है। इससे 03 बोरे आश्रम वाले भी लेकर गये है।
वही सोसायटी संचालक तुलसी ने बताया कि गोदाम में जगह नही है इसलिए चावल यहाँ पर रख दिये।
साथ ही एपीएल चावल भेजा गया है। जिसकी खपत नही है। मगर सवाल यह उठता है कि सरकारी राशन की 350 बोरे 03 महीने से रखा हुआ है जिसकी भनक किसी प्रशासनिक अधिकारी को भी नही है। क्योंकि जिस मकान में यह चावल रखा गया है।
उस खाद्यान्न का कोई पंचनामा भी नही बनाया गया है। अंदुरुनी इलाको में सरकार गरीबो के लिए निशक्तजनों के लिए चावल निःशुल्क से लेकर कई योजनाओं के तहत सस्ते दर में उपलब्ध करवा रही है।
मगर उन्ही गरीबो के हक और अधिकार के राशन में सेंधमारी कर काला बाज़ारी की खबरे निकलती रहती है। फिलहाल बरामद राशन की खबर बचेली एसडीएम प्रकाश भारद्वाज को लगते ही मौके पर तहसीलदार सहित एक टीम भेजी गई है जो बारीकी से जांच में जुट गई है।