छत्तीसगढ़ में भी कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्रारंभिक तैयारियां शुरू हो गई है। इसके लिए भारत सरकार के निर्देशों के अनुरूप प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य संस्थाओं में कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकताओं का डॉटा-बेस तैयार किया जा रहा है। यह डॉटा-बेस टीकाकरण के लिए प्राथमिकता तय करने में सहायक होगा। डॉटा-बेस में नाम शामिल होने का तात्पर्य यह नहीं है कि उनका अनिवार्यतः टीकाकरण किया जाएगा। इस संबंध में निर्णय भारत सरकार द्वारा लिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने बताया कि टीकों के भंडारण एवं संधारण के लिए राज्य के पास पर्याप्त व्यवस्था है। इनके सुरक्षित संधारण के लिए अभी 530 कोल्ड-चेन (शीत श्रृंखला) प्वाइंट क्रियाशील हैं। साथ ही 80 नए कोल्ड-चेन प्वाइंट भी शुरू किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में टीकों की कुल संधारण क्षमता एक लाख पांच हजार लीटर है जो कि आवश्यकता से 60 हजार लीटर अधिक है। इस क्षमता को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए नया वॉक-इन-कूलर उपलब्ध कराया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण की तैयारी और सुचारू संचालन हेतु बेहतर अंतर्विभागीय समन्वय के लिए राज्य टास्क फोर्स समिति का गठन किया गया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय स्टीयरिंग समिति का भी गठन किया जा रहा है। सभी जिलों में भी जिला टास्क फोर्स समिति के गठन के आदेश दिए गए हैं। कोविड-19 टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन संचालक राज्य नोडल अधिकारी होंगी तथा राज्य टीकाकरण अधिकारी सहायक नोडल अधिकारी होंगे। जिलों के लिए नोडल अधिकारी संबंधित कलेक्टर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहायक नोडल अधिकारी होंगे। भारत सरकार द्वारा इस संबंध में प्राप्त निर्देशों के मुताबिक आगे की कार्यवाही की जाएगी।