लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवसथा को बिगाडऩे में बड़ी भूमिका अदा करने वाले जेल में माफिया तथा गैंगस्टर का आर्थिक साम्राज्य अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रडार पर है। पूर्व सांसद अतीक अहमद, विधायक मुख्तार अंसारी के बाद अब अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का खास गुर्गा प्रदेश सरकार के निशाने पर है।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश के सभी बड़े माफिया नेटवर्क को धराशायी करने का बड़ा अभियान चलाया है। अब तक अभियान में निशाने पर मुख्य रूप से माफिया डॉन मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, अनिल दुजाना और सुंदर भाटी रहे हैं। जेल मे बंद माफिया डॉन अबू सलेम के करीबियों की अवैध संपत्ति जमा करने के मामले में जल्द ही कार्रवाई होगी। उत्तर प्रदेश में 40 माफिया सरगना पर सरकार की नजर टेढ़ी हो गई है। अब तक यहां उनकी करीब 300 करोड़ रुपये की अवैध सम्पत्ति और धंधों को बंद किया गया है।
उत्तर प्रदेश से फर्जी पासपोर्ट बनवाने के मामले में जेल में बंद दाऊद का खास शूटर अबू सलेम भी अब सीएम योगी आदित्यनाथ के निशाने है। अब प्रदेश सरकार ने अबू सलेम की बड़ी आर्थिक ताकत पर चोट पहुंचाने के लिए उसके भाई और करीबियों की संपत्ति का ब्यौरा जुटाना शुरू कर दिया है। लखनऊ में चंद रोज पहले मुख्तार अंसारी गैंग के खिलाफ कार्रवाई के दौरान ही कुछ लोगों ने पुलिस कमिश्नर से अबू सलेम के एक भाई की लखनऊ में कई सम्पत्तियों का ब्योरा बताते हुए शिकायतें की थीं। इसके बाद ही पुलिस को इनकी संपत्ति का ब्योरा जुटाने को कहा गया था।
लखनऊ विकास प्राधिकरण और लखनऊ पुलिस ने डॉन अबू सलेम के करीबियों की सपंत्तियों के दस्तावेज, उनकी कानूनी वैद्यता आदि की जांच शुरू कर दी है। राजधानी लखनऊ के हुसैनगंज और लालबाग में दो जमीनों के दस्तावेज मिले हैं। अबू सलेम का फर्जी पासपोर्ट बनवाने में उसके भाई अबू जैश ने मदद की थी। लखनऊ में कई जमीनें अबू सलेम के भाई और करीबियों के नाम पर रजिस्टर्ड हैं। सरकार अबू सलेम के भाई अबू जैश की अवैध संपत्तियां की लिस्ट बन रही है। इनमें अभी तक लखनऊ के सप्रू मार्ग पर रेस्टोरेंट तथा मानक नगर में प्लॉटिंग की जानकारी मिली है। इनके साथ सर्वोदय नगर तथा ठाकुरगंज में करोड़ों की प्लॉटिंग की पता चला है। फैजाबाद रोड पर एक गेस्ट हाउस और होटल भी इनका बताया जा रहा है। पुलिस अफसरों का कहना है कि संपत्ति की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।