यह एक ऐसी दास्तां हैं, जो एक नवजात और उसके मजबूर पिता की है। एक ऐसा पिता, जिसने अपने नवजात बच्चे को थैले में चिट्ठी, पैसे और उसकी जरूरत की दूसरे सामानों के साथ छोड़ा है। लिखी चिट्ठी में उस अज्ञात शख्स ने 6-7 माह का समय मांगा है और अपने बच्चे को सहेजने की विनती उस परिवार से की है, जिसके घर के सामने उसने अपने नवजात को छोड़ा है।
यह पूरा मामला उत्तरप्रदेश के अमेठी जनपद का है, जहां एक अज्ञात शख्स एक बैग में सामान समेत बच्चे को एक घर के बाहर रख कर चला गया। जब बच्चे ने रोना शुरू किया तो लोगों को इसके बारे में जानकारी हुई जिसके बाद पीआरवी को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर पीआरवी 2780 राकेश कुमार सरोज और चालक उमेश दुबे कोतवाली मुंशीगंज क्षेत्र के त्रिलोकपुर आनन्द ओझा के आवास के पास पहुंचे। यहां कोई त्रिलोकपुर के भगवानदीन का पुरवा गांव में एक नवजात को झोले में रखकर चला गया था। पुलिस ने बैग खोला तो उसमें बच्चे के लिये गर्म कपड़े, जूता, जैकेट, साबुन, विक्स, दवा, 5 हजार रुपए और एक भावुक पत्र रखा हुआ था।
बैग के अंदर मिले खत में शख्स ने लिखा था कि
‘यह मेरा बेटा है। इसे मैं आपके पास छह-सात महीने के लिए छोड़ रहा हूं। हमने आपके बारे में बहुत अच्छा सुना है। इसलिए मैं अपना बच्चा आपके पास रख रहा हूं. 5000 महीने के हिसाब से मैं आपको पैसा दूंगा। आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि कृपया इस बच्चे को संभाल लो। मेरी कुछ मजबूरी है इस बच्चे की मां नहीं है और मेरी फैमिली में इसके लिए खतरा है। इसलिए छह-सात महीने तक आप अपने पास रख लीजिए। सब कुछ सही करके मैं आपसे मिलकर अपने बच्चो को ले जाऊंगा। कोई बच्चा आपके पास छोड़ कर गया यह किसी को मत बताना, नहीं तो यह बात सबको पता चल जाएगी, जो मेरे लिए सही नहीं होगा। सबको यह बता दीजिएगा यह बच्चा आपके किसी दोस्त का है, जिसकी बीवी हॉस्पिटल में कोमा में है। तब तक आप अपने पास रखिए। मैं आपसे मिलकर भी दे सकता था, लेकिन यह बात मेरे तक रहे तभी सही है, क्योंकि मेरा एक ही बच्चा है। आपको और पैसा चाहिये तो बता दीजिएगा मैं और दे दूंगा। बस बच्चे को रख लीजिए। इसकी जिम्मेदारी लेने से डरियेगा नहीं, भगवान न करे अगर कुछ होता है तो फिर मैं आपको ब्लेम नहीं करूंगा। मुझे आप पर पूरा भरोसा है। बच्चा पंडित के घर का है।’
पीआरवी ने बच्चा मिलने की सूचना कोतवाली प्रभारी मिथिलेश सिंह को दी. जिस पर उन्होंने बच्चे को कॉलर के ही सुपुर्द करने के लिए आदेशित किया है। वहीं दूसरी ओर इस तरह जरूरत के सामानों और भावुक खत के साथ बच्चे के मिलने से लोग हैरान है। एक पिता की ऐसी क्या मजबूरी रही होगी जिसके कारण उन्होंने ऐसा कदम उठाया इस पर लोगों में तरह-तरह की बातें होने लगी है।