रायपुर। धान ख़रीदे के मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ में राजनीति ख़त्म होने के नाम नहीं ले रही है। अमित जोगी ने सीएम बघेल से सवाल करते हुए तंज कसा है। अमित जोगी ने ट्विट करते हुए सीएम से सवाल किया है।
कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बातों में विरोधाभास नजर आता है। एक ओर तो वह धान की लुआई हो जाने की बात स्वीकार करते हैं, वहीं खरीदी में देरी भी कर रहे हैं। सलाह दी है कि धान खरीदी 15 नवंबर से की जाए, जिससे किसान दिवाली मना सकें।
JCCJ अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा, एक तरफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिहार जाकर धान की लुआई हो जाने की बात स्वीकार करते हैं। वहीं धान खरीदी 1 दिसंबर से शुरू करने की बात करते हैं। अगले 24 दिन किसान अपनी फसल का क्या करेगा? नष्ट होने के डर में बिचौलियों को आधे दाम में देने को मजबूर होगा। एक साल में MSP का पूरा फ़ायदा किसानों की जगह बिचौलियों को ही मिलेगा।
अमित जोगी ने कहा, अभी तक केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ का सेंट्रल पूल का कोटा, कितना और किन शर्तों में धान खरीदेगा, निर्धारित नहीं किया है। हफ्ते में दो बार 1000-1000 करोड़ का कर्ज लेने वाली सरकार के पास धान खरीदी के लिए फूटी कौड़ी नहीं है। अगर वास्तव में किसानों का भला करना है,तो सरकार को 15 नवंबर से ही धान खरीदी करनी चाहिए, ताकि किसान दिवाला नहीं, दिवाली माना सके।