धर्म डेस्क। देश अब दिवाली के इंतजार में है। 12 नवंबर को धनतेरस के साथ ही देश के सबसे बड़े पर्व की शुरूआत होने वाली है। इस बार लक्ष्मी पूजा 14 नवंबर को पडे़गा। इससे पहले शनि पुष्य नक्षत्र का आना कई मायनों से शुभ माना जा रहा है। यह संयोग की बात है कि दिवाली से ठीक पहले ही शनि पुष्य नक्षत्र आज पड़ गया है। ज्योतिष विदों के मुताबिक, आज के दिन की खरीदी भविष्य के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है।
आज के दिन किन राशि के लोगों को किस तरह की चीजों को खरीदना है लाभदायक, इस पर आज विस्तृत विवरण दिया गया है। यह आपके आने वाले कल के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो सकता है।
1. पुष्य नक्षत्र में सोने की चीजें खरीदना बेहद शुभ माना जाता है. सोने के आभूषण को शुद्ध, पवित्र और अक्षय धातु के रूप में माना जाता है. इस नक्षत्र में गुरु, शनि और चंद्र का प्रभाव रहता है.
2. पुष्य नक्षत्र में घर, जमीन और गाड़ी-मोटर खरीदना भी बेहद शुभ होता है. घर या मंदिर के निर्माण के लिए भी यह समय काफी उत्तम माना जाता है. इस नक्षत्र में शिल्प, पेंटिंग और पुस्तक खरीदना भी काफी शुभ होता है.
3. पीपल के पेड़ को पुष्य नक्षत्र का प्रतीक कहा जाता है. इस नक्षत्र में पैदा होने वाले लोग घर के किसी हिस्से में पीपल का पेड़ लगाकर उसकी पूजा करते हैं. इससे घर में हमेशा खुशहाली बनी रहती है.
4. पुष्य नक्षत्र में पूजा, उपासना करने से भी बड़ा लाभ होता है. सूर्योदय और सूर्यास्त के समय घी का दीपक जलाकर मां लक्ष्मी की पूजा करें. बता दें कि कार्तिक मास में मां लक्ष्मी की पूजा बड़ी फायदेमंद होती है.
5. पुष्य नक्षत्र में दाल, खिचड़ी, चावल, बेसन, कड़ी, बूंदी का लड्डू खाना भी बहुत शुभ माना जाता है. इस शुभ घड़ी में इन चीजों के दान से काफी पुण्य भी मिलता है.
6. इस दिन दुकान खोलना, व्यापार करना या किसी नए काम की शुरुआत करना भी बेहद शुभ बताया गया है. पहले से व्यापार कर रहे लोगों को इस दिन बहीखातों की पूजा जरूर करनी चाहिए.
7. पुष्य नक्षत्र में चमत्कारी जड़ी-बूटियों को लाकर उनकी सिद्धि की जाती है. इस दिन कुंडली में विद्यमान दूषित सूर्य के दुष्प्रभाव को घटाया जा सकता है.
8. निवेशको के लिए भी इस घड़ी को बेहद शुभ मना जाता है. इस अवधि में किए गए इनवेस्टमेंट प्लान लंबे समय तक लाभ लाभ देते हैं.
9. पुष्य नक्षत्र में पीपल, शमी या महालक्ष्मी की पूजा करना काफी शुभ होता है.
10. गुरु-पुष्य या शनि-पुष्य योग में नए संस्कारों या शिक्षा ग्रहण करने के लिए विद्यालय या गुरुकुल भेजने की शुरुआत करना बड़ा फलदायी होता है.