प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना के बाद की दुनिया एकदम बदल जाने वाली है। पीएम ने कहा कि कोविड-19 ने दुनिया को एक बात और सिखा दी है, उन्होंने कहा कि ग्लोबलाइजेशन महत्वपूर्ण है लेकिन इसके साथ-साथ आत्मनिर्भरता भी उतना ही जरूरी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत अपने युवाओं को ईज आॅफ डूइंग बिजीनेस देने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि ये युवा अपने नई खोजों से करोड़ों देशवासियों के जीवन में परिवर्तन ला सकें। देश आपको ईज आॅफ डूइंग बिजीनेस देगा बस आप देशवासियों के इज ऑफ लिविंग पर काम कीजिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों से अपील की कि वे नए इनोवेशन लेकर आएं, देश में स्टार्टअप के लिए अपार संभावनाएं हैं। पीएम ने कहा कि पहली बार एग्रीकल्चर सेक्टर में इनोवेशन और नए स्टार्टअपस के लिए इतनी संभावनाएं बनी हैं। पहली बार स्पेस सेक्टर में प्राइवेट इनवेस्टमेंट के रास्ते खुले हैं। पीएम ने कहा कि आज देश हर क्षेत्र की अधिकतम संभावनाओं को हासिल करने के लिए नए तौर-तरीकों से काम कर रहा है। आप जब यहां से जाएंगे, नई जगह पर काम करेंगे तो आपको भी एक नए मंत्र को लेकर काम करना होगा।
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— Narendra Modi (@narendramodi) November 7, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि टेक्नॉलॉजी की जरूरत और इसके प्रति भारतीयों में आस्था, यही आपके भविष्य को रोशनी दिखाती है। आपके इनोवेशन ऐसे होने चाहिए जिससे कि व्यापक स्तर पर लोगों के जीवन स्तर में बदलाव आए। आज देश हर क्षेत्र की अधिकतम संभावनाओं को हासिल करने के लिए नए तौर-तरीकों से काम कर रहा है।
आईआईटी छात्रों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आप सभी अपने आप में बदलाव लाने की काबिलियत रखते हैं, क्योंकि आपने मात्र 17 से 18 साल की आयु में सबसे कठिन परीक्षा पास की है तब यहां आए हैं। पीएम ने कहा कि आप जब यहां से जाएंगे, नई जगह पर काम करेंगे तो आपको भी एक नए मंत्र को लेकर काम करना होगा। ये मंत्र है कि आपकी नजरें क्वालिटी पर रहे, आप इससे कभी समझौता न करें, आपके आविष्कार से बड़े स्तर पर लोगों को फायदा हो, और आपका प्रोडक्ट ऐसा हो कि बाजार से लंबा रिश्ता कायम कर सके।
आज देश में आपकी जरूरतों को, भविष्य की आवश्यकताओं को समझते हुए एक के बाद एक निर्णय लिये जा रहे हैं, पुराने नियम बदले जा रहे हैं। मेरी ये सोच है कि पिछली शताब्दी के नियम-कानूनों से अगली शताब्दी का भविष्य तय नहीं हो सकता है: IIT दिल्ली के 51वें दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री pic.twitter.com/EaQ4i7BIrY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 7, 2020
प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा कि वे बदलाव को खुले दिल से स्वीकार करें और उसके प्रति अनुकूलता दिखाएं। जीवन में अनिश्चितता को स्वीकार करें और आगे बढ़ते रहे।