दिल्ली। कोरोना महामारी की चुनौतियों से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर बदलावों के साथ केंद्र सरकार ने हज 2021 का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही हज यात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हज पर रवाना होने से पहले सभी को कोरोना टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही कई और बदलाव हैं।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हज 2021 में कोरोना महामारी के मद्देनजर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन किया जाएगा। हज के लिए आवेदन पत्र जमा किए जाने की अंतिम तिथि 10 दिसंबर 2020 है। हज के लिए आवेदन, ऑनलाइन और मोबाइल एप के जरिए एवं ऑफलाइन भी जमा किए जा सकते हैं।
नकवी ने कहा कि हज 2021 जून-जुलाई के महीने में होना है। पूरी हज प्रक्रिया, सऊदी अरब और भारत सरकार के कोरोना आपदा के मद्देनजर तय किए जाने वाले मानदंड, आयु मानदंड, स्वास्थ्य परिस्थिति और अन्य जरूरी दिशानिर्देशों के अनुसार हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए हज व्यवस्थाओं में बड़े पैमाने पर बदलाव किया गया है।
इनमें भारत और सऊदी अरब में आवास, सऊदी अरब में हज यात्रियों के ठहरने की अवधि, यातायात, स्वास्थ्य और अन्य व्यवस्थाएं शामिल हैं। इसके साथ अंतरराष्ट्रीय हवाई सफर प्रोटोकॉल के तहत हज पर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को हज यात्रा से 72 घंटे पहले कोरोना टेस्ट करवाना जरूरी होगा।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कोरोना टेस्ट का निगेटिव रिजल्ट आने पर ही हज यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी। इसका मतलब यह हुआ कि अगर किसी को कोरोना टेस्ट पाया जाता है तो उस यात्री को सफर के लिए रवाना होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कोरोना महामारी और एयर इंडिया सहित अलग अलग एजेंसियों से मिले फ़ीडबैक के आधार पर एम्बार्केशन प्वाइंट की संख्या कम की गई है। हज यात्री 21 की जगह 10 प्वाइंट से ही हज पर जा सकेंगे।