रायपुर। छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ निर्वाचन के बाद आज संघ की पहली बैठक आहूत की गई। अपरिहार्य कारणों की वजह से संघ के अध्यक्ष मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस बैठक में उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाए। उनके स्थान पर बैठक की अध्यक्षता विधायक देवेन्द्र यादव ने की।
अध्यक्ष की आसंदी से विधायक यादव ने कहा कि प्रदेश में खेलों के विकास को ध्यान में रखकर आगे बढ़ना है। प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के साथ ही सभी तरह के खेलों के लिए अच्छे और बेहतर कोच की व्यवस्था एक चुनौती है, जिसे हर हाल में पूरा करना जरूरी है, तभी प्रदेश के खिलाड़ियों को इंटरनेशनल लेवल पर तैयार किया जा सकेगा।
बता दें कि ओलंपिक संघ की यह पहली बैठक है, जिसे राजधानी के होटल ग्रेंड इम्पिरिया में आयोजित किया गया है। इस बैठक में ओलंपिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि प्रदेश में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस गूढ़ बात को बेहतर समझते हैं, जिसकी वजह से उन्होंने खेलों के लिए बड़ी योजनाओं को पहले स्पर्श में ही हरी झंडी दिखाई है। प्रदेश में इंटरनेशनल लेवल का टेनिस स्टेडियम तैयार होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का खेल प्रेम है और उनकी युवा सोच का परिणाम है, जो उभरते खिलाड़ियों के भविष्य को बेहतर समझ पा रहे हैं। महासचिव होरा ने संघ के सभी सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी एजेंड़ों पर चर्चा होगी और सभी की सहमति के मुताबिक ही उस पर आगे बढ़ा जाएगा।
ओलंपिक संघ के कोषाध्यक्ष श्रीराम जाखड़, महासमुंद विधायक विनोद चंद्राकर सहित अन्य ने बैठक में बात रखते हुए कहा कि खेल एवं युवा विभाग द्वारा पिछले चार पांच सालों से कोई सुविधा नहीं मिली है। इसकी वजह से जमीनी स्तर पर खिलाड़ियांे को मंच नही मिल पाता है। इसे लेकर राज्य सरकार और खेल विभाग से चर्चा की जाएगी। विनोद चंद्राकर विधायक महासमुंद ने कहा कि हमारी एनर्जी को ऐसे खेलो में लगाना है जिससे हमारे देश के खिलाड़ियों का आगे भविष्य बने। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने खुद होकर कहा है कि मीटिंग बस न करे कुछ प्रपोजल लाये जिसे हम खेल को बढ़ावा दे सके।
महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि जितने भी खेल संघ हंै, वह किसी के मोहताज नहीं हैं। जो राशि तय की गई वह सब को मिलेगी, जो भी खेल के भविष्य के लिए सही होगा वह मुख्यमंत्री करेंगे। सभी जिलों में जिला ओलंपिक संघ का गठन किया जाएगा, खेल संघ जो भी आयोजन करेगा, उसमें फण्ड दिलाने की जिम्मेदारी ओलंपिक संघ की है। ओलंपिक संघ का काम समन्वय बनाकर चलना है। खेलों के विकास के लिए जैसी भी मांग आएगी, उसे पूरा किया जाएगा। छत्तीसगढ़ी खेल का अभी आयोजन हम करेंगे।