गरियाबंद- देवभोग- 7 हजार किसानों को ,पिछले साल खरीदी के बोनस की तीसरी किश्त 5 करोड़ 57 लाख रुपये बंटना शुरू हो गया है। यह राशि देवभोग के जिला सहकारी बैंक शाखा से लेना है।तिथि वार समिति की पाली तय है,फिर भी एक केस काउंटर व सीमित स्टाफ होने के कारण अधिकतम 250 किसानों को ही एक दिन में भुगतान किया जा रहा है,जबकि राशि लेने दुगुने संख्या में किसान पहूच रहे,
3 नवम्बर से बोनस दिया जा रहा।क्षमता से ज्यादा कृषक पहूँचने के कारण आधे किसान की बारी दिन भर बाद भी नही लग रहा है।इसलिए सुबह 5 बजे किसान पहूच गए।बैंक के बन्द मूख्य द्वार के सामने पासबुक को,क्रम वार रखते गए।सुबह 6,30 बजे तक 67 पासबुक रखा जा चुका था, पौ फटते गया ओर भीड़ बढ़ते गई,10,30 को जब बैंक खुला दरवाजे के सामने पाव रखने तक जगह नही बची।
लाटापारा समिति के किसानों की भीड़ थी। बैंक खुलने के बाद जमा किये गए पासबुक के क्रम के आधार पर ही टोकन दिया गया।बाटना शुरू हुआ तो सुबह 5 बजे पहूँचने वाले कि पुकार पहले हुई,फिर उसी क्रम से वितरण हुआ। शाखा प्रबन्धक नयन सिंह ठाकुर ने कहा कि किसान अपनी बारी पहले आये यह सोच कर ही सुबह से आ रहे है।दिन भर में कोसिस होती है ज्यादा से ज्यादा कृषको को बोनस की राशि दी जाए। -जेब खाली,तगादा के चलते होड़ मची हुई है- किसानों के पास मौजूद सारे नगद धान व मक्का के फसल की बुआई में लग गया है,दोनों फसल अब तक बिकना भी शूरु नही हुआ है।175 रूपये प्रति क्वीन्टल के हिसाब से बोनस की राशि 3 नवबंर से बाटना शुरू हुआ तो,खर्च मैनेज की चाहत में हर किसान जल्द से जल्द रूपये लेने की आस रख रहा है।घरेलू खर्च ,आगामी दीपावली पर्व के आलावा खेती किसानी में फंसे लागत के बकाया को चुकता करने का प्रेशर किसानों पर है। सुबह-6:30 बजे 67 किसानों ने मुख्य द्वार पर पासबुक रख ,बैक खुलने के इंतजार में ऐसे बैठे रहे। 6:34को 68वा किसान अपना पासबुक रखा। फोटो-11 बजे बैंक खुलने के बाद इस तरह किसानों के भीड़ का नजारा था बैंक के सामने।