हरियाणा की बरोदा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार इंदु राज नरवाल ने भाजपा के योगेश्वर दत्त को 10 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया है। मतगणना की शुरुआत से ही ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त पीछे चल रहे थे। विपक्षी कांग्रेस ने बरोदा सीट को बरकरार रखा। यह दूसरी बार है जब ओलंपियन पहलवान दत्त को इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णा हुड्डा ने 2019 के विधानसभा चुनाव में दत्त को लगभग 4,800 मतों से हराया था।
हरियाणा कांग्रेस प्रमुख कुमारी सैलजा ने कहा कि बरोदा के लोगों ने ”किसान विरोधी और श्रमिक विरोधी ताकतों को करारा जवाब दिया है। सैलजा ने ट्वीट किया, ”इंदु राज नरवाल की जीत किसानों और श्रमिकों की जीत है। मैं बरोदा के निवासियों को विश्वास दिलाती हूं कि कांग्रेस उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेगी।
इस सीट पर तीन नवंबर को 68.57 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस सीट से 14 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई।
बरोदा विधानसभा सीट अप्रैल में कांग्रेस विधायक श्री कृष्ण हुड्डा के निधन की वजह से खाली हुई थी। उन्होंने इस सीट से 2009, 2014 और 2019 में तीन बार चुनाव जीते थे। बरोदा उपचुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधे मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा था।
यह उपचुनाव पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई मानी जा रही थी क्योंकि जाट बहुल यह सीट, रोहतक जिले की गढ़ी सांपला किलोई सीट के पड़ोस में है जहां से वह स्वयं विधायक हैं।
यह उपचुनाव इंडियन नेशनल लोकदल के लिए भी अहम था क्योंकि पार्टी 2019 के विधानसभा चुनाव में 90 में से एक सीट जीत पाई थी।
बहरहाल, भाजपा ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में विधानसभा की 90 सीटों में से 40 पर जीत दर्ज की थी और बाद में दुष्यंत चौटाला की जजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। जजपा ने 10 सीटे जीतें थीं।