मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य को एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। मुख्यमंत्री के नरवा कार्यक्रम को केन्द्र सरकार ने पुरस्कृत किया है। नरवा कार्यक्रम के लिए बिलासपुर को दवितीय राष्ट्रीय जल पुरस्कार मिला है। नरवा विकास योजना के तहत पिछले दो साल में नदी-नालों के पुनरोद्धार के लिए किए गए कार्यों के लिए प्रदेश के बिलासपुर जिले और जल संरक्षण के कार्यो के लिए सूरजपुर जिले को भारत सरकार के जलशक्ति मंत्रालय ने देश के सर्वश्रेष्ठ जिलों में स्थान दिया है। केन्द्र सरकार के जलशक्ति मंत्रालय ने जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये दोनों जिलों को नेशनल वाटर अवार्ड दिया है। इसमें बिलासपुर जिले को ईस्ट अण्डर रिवाइवल ऑफ रिवर कैटेगरी में और सूरजपुर जिले को ईस्ट अण्डर वाटर कन्जर्वेशन कैटेगरी में राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार मिला है।
सीएम भूपेश की दूरदर्शिता से राज्य ले रहा नया आकार
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में नई सरकार के गठन के साथ ही छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी ‘नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी’ ऐला बचाना हे संगवारी , के विजन के साथ प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नया जीवन प्रदान जो बीड़ा उठाया था। वह अब धरातल पर साकार होता दिखाई देने लगा है। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना का एक महत्वपूर्ण घटक नरवा कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी जिलों में बड़ी संख्या में नदी और नालों के संरक्षण और संवर्धन के कार्य हो रहे हैं। इससे पेयजल की उपलब्धता, सिंचाई साधनों का विकास, भू-जल के रिचार्ज के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को एक नया जीवन मिल रहा है।
बिलासपुर जिले में कैसा है नरवा कार्यक्रम ?
नरवा कार्यक्रम के तहत बिलासपुर जिले में नदियों और नालों में 47 स्ट्रक्चर्स का निर्माण हुआ है। जिससे 17.508 मिलियन घन मीटर जल भराव क्षमता का सृजन किया गया। यही नहीं 152 किलोमीटर लम्बाई तक नदियों एवं नालों में जलभराव सुनिश्चित किया गया। इसके साथ ही जिले में 49 लघु जलाशय योजनायें निर्माणाधीन हैं । जिनसे 48.53 मिलियन घन मीटर जल भराव क्षमता होगी । इससे 181 किलोमीटर लम्बी नदी एवं नालों में जल भराव होगा ।
बिलासपुर जिले में प्रवाहित होने वाली 13 मुख्य नदियों, नालों की कुल लम्बाई 2352.56 किलोमीटर है । इसमें जल संसाधन विभाग ने एक वृहद, एक मध्यम तथा 165 लघु जलाशय एवं 117 एनिकट का निर्माण किया गया है। कुल 1146.90 किलोमीटर नदी नालों का पुनरोद्धार जल संसाधन विभाग ने किया है. इन नदी-नालों में 284 स्ट्रक्चर निर्मित किये गये हैं, जिनमें से खारंग नदी में 13, शिवनाथ में 5, लीलागर में 13, अरपा में 17, सोन नदी में 12, मनियारी नदी में 8, घोंघा नाला में 12, गोकने नाला में 5, तुंगन नाला में 3, नर्मदा नाला में 3, चांपी नाला में 3, एलान नाला में 4, जेवस नाला में 5 और लोकल नालों में 181 लघु जलाशय और एनीकट का निर्माण किया गया है