रायपुर। प्रदेश की राजधानी रायपुर में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 43357 हो चुकी है, इनमें से 634 लोगों की मौत हो चुकी है, तो अब भी साढ़े 7 हजार से ज्यादा लोग एक्टिव मरीज के तौर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। वहीं पूरे प्रदेश के आंकड़ों पर नजर डालें, तो यह आंकड़ा किसी को भी डरा सकता है। वास्तविकता यही है कि प्रदेश में 2 लाख 11 हजार से ज्यादा लोग कोरोना महामारी की चपेट में आए हैं, जिनमें से साढे़ 18 हजार लोग अब भी एक्टिव हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि अब भी प्रतिदिन पाॅजिटिव मिलने वालों की संख्या एक हजार से पार है। सोमवार के ही आंकड़ों पर ध्यान दें तो 1110 लोग पाॅजिटिव पाए गए हैं, तो 17 लोगों की मौत हो गई है। यानी प्रतिदिन मिलने वाले मरीजों की संख्या ना तो कम हो रही है और ना ही मौत का सिलसिला थमने का नाम ले रहा है।
सरकारी आंकड़ों के हिसाब से ही 2604 लोगों की मौत सोमवार तक हो चुकी है। वहीं 18 हजार से ज्यादा लोग अब भी संक्रमित हैं और प्रतिदिन एक हजार से ज्यादा लोग पाॅजिटिव मिल रहे हैं। सीधे मायनों में कहा जाए तो प्रदेश सरकार की नाकामी इससे उजागर होती है, साथ ही यह कहना कहीं अनुचित नहीं है कि प्रदेश में कोरोना को लेकर लापरवाही दिनों-दिन बढ़ती जा रही है, जिसका खामियाजा सामने आ रहा है।
ना सोचें, ना घबराएं, तत्काल उपचार कराएं
केंद्र से लेकर राज्य की सरकार बार-बार और लगातार प्रदेश की जनता को जागरूक करने का प्रयास कर रही है कि साधारण सर्दी, बुखार की स्थिति में भी जांच कराएं, लक्षण का इंतजार ना करें। ताकि कोरोना के हमले से पहले ही स्वस्थ करने की दिशा में प्रयास शुरू किया जा सके। ग्रेंड न्यूज भी लगातार अपील कर रहा है कि ’कोरोना महामारी से छत्तीसगढ़ उबरा नहीं है। लिहाजा अंदेशा होते ही बगैर सोचें, बिना घबराहट के, तत्काल जांच कराएं और उपचार कराएं।’