बुलंदशहर में सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से आहत पीड़िता ने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। मौके से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें पीड़िता ने उसके साथ हुई घटनाओं का विस्तार से जिक्र किया है। उसने लिखा है कि केस दर्ज करने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। इससे आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली। साथ ही उसमें लिखा गया है कि यदि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी कर लेती तो उसका मनोबल बढ़ जाता। साथ ही अंतिम लाइन में मां-बाप से माफी मांगी गई है।
सुसाइड नोट की शुरुआत पीड़िता के परिचय से शुरू हुई। इसके बाद उसमें पीड़िता के साथ गत तीन अक्तूबर को छेड़छाड़ और दुष्कर्म की कोशिश की वारदात का जिक्र किया है। साथ ही लिखा गया है कि उक्त मामले में आरोपी के द्वारा माफी मांगने और निकाह करने की बात कहे जाने के बाद उसने बयान बदल दिए थे।
इसके बाद 16 अक्तूबर की वारदात का जिक्र करते हुए लिखा है कि सुबह चार बजे कमरुद्दीन ने उसे मेसेज कर गांव के बाहर सड़क पर बुलाया और वहां अबरार के साथ मुबीन भी मौजूद था। इसके बाद आरोपियों के द्वारा उसे अबरार के घर गांव लच्छमपुर ले जाने की बात लिखी गई है।
साथ ही उस दिन आरोपी कमरुद्दीन के द्वारा निकाह का झांसा देकर दुष्कर्म करने और आरोपी अबरार-मुबीन के द्वारा अश्लील वीडिया बनाकर वायरल करने की धमकी देने का भी जिक्र है।
नोट में लिखा गया है कि दोनों आरोपियों ने भी उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। बाद में आरोपियों के द्वारा पीड़िता को अलीगढ़ के थाना छर्रा क्षेत्र में छोड़कर जाने की बात लिखी गई है। वहीं सुसाइड नोट के दूसरे पेज की अंतिम कुछ लाइनों में लिखा गया है कि ‘आरोपियों ने उसकी जिंदगी खराब कर दी। उसे कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा।
उसका करियर और भविष्य सब कुछ बर्बाद कर दिया गया। यदि आरोपियों को जेल भेज दिया गया होता तो उसका मनोबल बढ़ जाता। अब उसपर परिवार वाले और पुलिस कोई भरोसा नहीं करता है।’