लखनऊ। उत्तरप्रदेश राज्य के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों को 23 नवंबर 2020 से फिर से खोले जाने की अनुमति राज्य सरकार द्वारा दे दी गयी है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा उच्च शिक्षा संस्थानों को पोस्ट लॉकडाउन फिर से खोले जाने को लेकर 5 नवंबर को जारी गाइडलाइन का अनुसरण करते हुए उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा निदेशालय ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसजर्स (एसओपी) जारी किये हैं।
निदेशालय द्वारा मंगलवार, 17 नवंबर को जारी नोटिस के अनुसार कंटेनमेंट जोन के बाहर स्थित उच्च शिक्षा संस्थानों में सभी स्टेकहोल्डर्स की भूमिका तय करते हुए टीचिंग प्रक्रिया आरंभ की जा सकती है। निदेशालय ने जारी एसओपी में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय को खोले जाने के लिए प्लानिंग और संस्थान की भूमिका से लेकर, टीचर्स, पैरेंट्स और स्टूडेंट्स की जिम्मेदारियां तय की हैं, ताकि संक्रमण किसी भी प्रकार के खतरे से बचा जा सके।
संस्थानों की जिम्मेदारियां
खोले जाने से पहले शिक्षण संस्थानों को सभी विभागों एवं छात्रों के बैचों के लिए रोस्टर के अनुसार खोलने की योजना बनानी होगी। एकेडेमिक कैलेंडर में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो का समावेश होगा। सभी के लिए आईडी कार्ड पहनना अनिवार्य होगा। सभी स्टेकहोल्डर्स की नियमित रूप से जांच जरूरी है। सप्ताह में 6 दिवसीय शेड्यूल का पालन किया जा सकता है। कक्षाओं में 50 प्रतिशत छात्रों को रोटेशन आधार पर बुलाया जा सकता है। ऑनलाइन शिक्षण के लिए प्रशिक्षण देते रहना होगा। नजदीकी अस्पतालो या स्वास्थ्य केंद्रों से आपात स्थिति के लिए टाईअप करना होगा। एसओपी का प्रचार करना होगा। विभिन्न मुद्दों के लिए एक समूह बनाया जा सकता है।
शिक्षकों की जिम्मेदारियां
सभी एसओपी से अवगत होना चाहिए। रोस्टर के अनुसार सभी पहलूओं को शामिल करते हुए शिक्षण योजना तैयार करना होगा। नई शिक्षण विधियों और ई-संसाधनों से अपडेट रहना होगा। छात्रों को कोविड-19 के लिए सावधानियां बताते रहना होगा। अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
माता-पिता और छात्रों की जिम्मेदारियां
माता-पिता को सुनिश्चित करना होगा कि बच्चे बाहर जाते समय सभी नियमों का पालन करें। हेल्थ समस्या में बाहर न जानें दें। आरोग्य सेतु ऐप्प डाउनलोड किया जा सकता है। स्वस्थ भोजन की आदतों और इम्यूनिटी के उपयों के प्रति सचेत रहें। बच्चों को फिट रहने के लिए व्यायाम, योग आदि के लिए प्रेरित करें। वहीं, छात्रों को मास्क या फेस कवर रखना होगा और सभी निवारक उपाय अपनाने होंगे। अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। फास्ट फूड से बचें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।