पंजाब में किसान आंदोलन के कारण रेल और कोरोना महामारी के कारण सड़क मार्ग से अंतरराज्यीय बस सेवा बहाल नहीं हो पा रही है। इससे जम्मू-कश्मीर आने और यहां से बाहरी राज्यों को जाने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है। सड़क और रेल मार्ग से सार्वजनिक परिवहन सुविधा नहीं मिलने से लोगों के पास एकमात्र विकिल्प हवाई मार्ग ही बचा है।
कश्मीर घाटी में बर्फबारी के बाद जम्मू एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की संख्या भी बढ़ गई है। दिवाली के बाद से प्रतिदिन दो हजार से अधिक यात्री हवाई मार्ग से जम्मू पहुंच रहे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लॉकडाउन के बाद शुरू हुई घरेलू विमान सेवा से जम्मू एयरपोर्ट पर हर महीने यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है।
यात्रियों की संख्या
मई 4,178
जून 34,907
जुलाई 41,337
अगस्त 56,866
सितंबर 73,309
अक्तूबर 97,030
गहराने लगा संकट
पार्सल और मालगाड़ियां बंद हैं, जिससे प्रदेश के व्यापारियों को सामान मंगवाने और भेजने में परेशानी हो रही है। खाद्य आपूर्ति विभाग की सप्लाई और खाद की सप्लाई भी नहीं पहुंच पा रही। आगामी महीने से प्रदेश में गेहूं की फसल लगाई जाएगी, जिसमें खाद की जरूरत होगी, लेकिन सप्लाई बंद होने से किसानों को समय पर खाद नहीं मिल पा रही है।
हालांकि कुछ दिन पहले किसानों की सहमती से रेलवे ने पार्सल और मालगाड़ियां चलाई थीं, लेकिन बाद बाद में परिचालन को बंद कर दिया। अगर ज्यादा समय तक मालगाड़ियां बंद रहीं तो जरूरी सामान को लेकर दोबारा संकट गहरा सकता है।