बिलासपुर। लॉक डाउन के वक्त दिल्ली फसा एक परिवार वापस छत्तीसगढ़ वापस आ रहा था। इस दौरान देर रात महिला के पेट में दर्द उठा और आसपास की महिला यात्रियों ने साड़ी का घेरा बनाकर उनकी मदद की और डिलीवरी कराई।
जांजगीर-चांपा जिले के पोड़ी दलहा गांव निवासी प्रदीप देवांगन अपनी पत्नी रानी देवांगन और दो बच्चों के साथ कमाने-खाने के लिए दिल्ली गया था। उसकी पत्नी रानी सात माह की प्रेग्नेंट थी। डिलीवरी का समय नजदीक आया तो परिवार सहित स्लीपर कोच में रिजर्वेशन कराकर निजामुद्दीन-दुर्ग संपर्क क्रांति स्पेशल ट्रेन से घर लौट रहा था।
ट्रेन चंदिया स्टेशन पर रुकी तो पति ने गार्ड को इसकी जानकारी दी। TTE भी कोच में आ गया। जच्चा और बच्चे के सुरक्षित होने के चलते उन्हें रास्ते में नहीं उतारा गया। गार्ड ने बिलासपुर कंट्रोल को इसकी सूचना दी। ट्रेन पहुंची तो डाक्टर व स्टाफ मौजूद थे। एंबुलेंस से महिला व बच्ची को सिम्स ले जाया गया। पति प्रदीप देवांगन ने बताया कि यह तीसरी संतान है। पहले से एक लड़का और एक लड़की है।